India News (इंडिया न्यूज),ICC CHAMPIONS TROPHY: पाकिस्तान ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की, लेकिन लीग मैचों में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान ने खूब पैसा खर्च किया। भारत के अलावा बाकी सभी टीमों ने वहां मैच खेले, लेकिन जब पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी का हिस्सा नहीं था, तो लोग दूसरे देशों के मैच देखने स्टेडियम नहीं जाते थे। इस वजह से टिकट नहीं बिकते थे और पाकिस्तान को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता था। अब सवाल उठता है कि टूर्नामेंट से पाकिस्तान को क्या फायदा हुआ, तो पाक विशेषज्ञ कमर चीमा ने इसका जवाब दिया है।
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चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान पाकिस्तान में होते रहे हमले
कमर चीमा ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करके पाकिस्तान आतंकवाद को लेकर अपनी छवि सुधारना चाहता था और दुनिया को यह संदेश देना चाहता था कि वह एक सामान्य देश है। हालांकि, वह इसमें काफी हद तक विफल रहा क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे इलाकों में आतंकवादी हमले करते रहे। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की, लेकिन उसे क्या मिला? हम सॉफ्ट पावर लेना चाहते थे। हम मुख्यधारा में आना चाहते थे। हम दुनिया को यह संदेश देना चाहते थे कि देखो, यह एक सामान्य देश है, हम बताना चाहते थे कि यहां आतंकवाद नहीं है। यहां क्रिकेट मैच भी होते हैं, लेकिन पूरे टूर्नामेंट के दौरान कभी खैबर पख्तूनख्वा तो कभी बलूचिस्तान में आतंकवादियों द्वारा हमले किए गए हैं।’
पाकिस्तान के लिए भारत ने मुश्किल पैदा की
कमर चीमा ने कहा, ‘दुनिया पाकिस्तान के बारे में जो सोचती है, वह कम हुई है और बहुत हद तक नहीं। इसका मतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी यहां हो सकती है, लेकिन कड़ी सुरक्षा के बीच। चैंपियंस ट्रॉफी यहां हो सकती है, लेकिन तभी जब पाकिस्तानी सरकार सुरक्षा का माहौल दे सके, अन्यथा नहीं। उन्होंने कहा कि भारत ने हमारे लिए यह साबित करना बहुत मुश्किल कर दिया है कि हम एक सामान्य देश हैं। पहले तो आतंकवाद की घटनाएं होती रहीं, दूसरे, कड़ी सुरक्षा थी और तीसरे, फाइनल मैच दुबई चला गया। इसलिए जो मेन स्ट्रीमिंग हम चाहते थे, वह हो गई। पाकिस्तान की सॉफ्ट पावर खत्म हो गई है।’
चैंपियंस ट्रॉफी से पाकिस्तान को क्या फ़ायदा हुआ?
कमर चीमा ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी से पाकिस्तान को जो फ़ायदा हुआ वो ये कि हमारा इंफ्रास्ट्रक्चर बना। स्टेडियम बने, पैसा आया और आपने निवेश किया। ये सारा पैसा आईसीसी का है। उन्होंने कहा कि स्टेडियमों पर करीब 14 अरब रुपए खर्च किए गए हैं। तो चैंपियंस ट्रॉफी से हमें ये सब मिला, लेकिन हमारी टीम ने हमें हरा दिया।