India News (इंडिया न्यूज), IED Blast In Balochistan : पाकिस्तान इस वक्त अपने बनाए हुए जाल में बूरी तरह फसते हुए दिखाई दे रही है। अब इसी कड़ी में पाकिस्तान आर्मी अभी जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाइजैक से उभर ही रही थी कि शाहबाज शरीफ की सेना पर एक बार फिर से बड़ा आतंकी हमला हो गया है। ये हमला भी बलूचिस्तान में हुआ है। खबरों के मुताबिक वहां के तुर्बत शहर के पास सेना के काफिले पर यह अटैक किया गया है।
ट्रेन हाइजैक की तरह यहां पर भी आईईडी ब्लास्ट की मदद से यह हमला किया गया। ब्लास्ट में कई जवानों के घायल होने की खबरें सामने आ रही है। घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
TTP के निशाने पर है CPEC
बता दें कि इससे पहले भी कई बार बलूच लिब्रेशन फ्रंट (BLA) और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) द्वारा सीपेक और पाकिस्तान में अन्य परियोजनाओं में काम कर रहे चीनी नागरिकों पर इनकी तरफ से हमला किया जा चुका है। इसी वजह से चीन पाकिस्तान में अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता में रहता है। बलूच विद्रोही बलूचिस्तान में चीन के निवेश का विरोध करते रहे हैं। यहाँ सुरक्षा की स्थिति आतंकवाद और अलगाववादी आंदोलनों के कारण CPEC को लेकर चीन की सांसे अटकी हुई हैं।
बलूच लोगों को नहीं पसंद चीन
CPEC को लेकर चीन ने पहले ही बलूचिस्तान में मोटा पैसा इंवेस्ट कर रखा है। लेकिन बलूच लोगों को चीन का वहां पर काम करना पसंद नहीं आ रहा है। इसी वजह से बलूचिस्तान के स्थानीय लोगों का CPEC को लेकर विरोध बढ़ता ही चला जा रहा है। उन्हें लगता है कि इस परियोजना से उनके क्षेत्र के विकास के बजाय चीन और पाकिस्तान को ही लाभ होगा।
बलूच लोगों के अलावा भारत भी इस प्रोजेक्ट की शुरूआत से इसका विरोध कर रहा है। कुछ पश्चिमी देशों का उसको इसमें साथ मिल रहा है। असल में ये प्रोजेक्ट पाकिस्तान और चीन के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है, जो भारत का हिस्सा है। इसी वजह से भारत इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन मानता है।