India News (इंडिया न्यूज),Kyrgyzstan: जहां तालिबान और इरान महिलाओं को बुर्का पहनने के लिए नया-नया फरमान जारी करते हैं। वहीं इसके उलट मुस्लिम बहुल किर्गिस्तान ने बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने का बड़ा फैसला लिया है। किर्गिस्तान सरकार का कहना है कि बुर्का पहनने में आतंकी छिपे हो सकते हैं, इसलिए महिलाओं को पूरे शरीर को ढककर सड़कों पर नहीं चलना चाहिए।
सख्त सजा
नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त सजा का प्रावधान किया गया है। स्थानीय मीडिया एकेआई प्रेस के मुताबिक, मुस्लिमों के आध्यात्मिक प्रशासन (मुफ्तियत) ने सरकार के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें कहा गया है कि महिलाएं पूरे शरीर को ढकने वाला बुर्का या बुर्का नहीं पहन सकती हैं। मुफ्तियत ने कहा है कि जो महिलाएं पूरे शरीर को ढककर चलती हैं, वे एलियन जैसी दिखती हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि महिलाएं सिर्फ मुंह ढककर चलें।
शरिया कानून को लेकर कही ये बात
शरिया कानून का भी किया जिक्र मुफ्तियत ने अपने फैसले में कहा है कि शरिया कानून में सिर से पैर तक ढकना अनिवार्य नहीं है। इसलिए ऐसे फैसलों के खिलाफ फतवा जारी नहीं किया जा सकता। सभी को सरकार के इन फैसलों को तुरंत स्वीकार करना चाहिए। मुफ्तियत ने आगे कहा कि सरकार ने सुरक्षा कारणों से ऐसा फैसला लिया है। सरकार की बातों का भी ध्यान रखना होगा। सरकार का तर्क है कि अगर नकाब और बुर्का पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो अपराध बढ़ सकते हैं।
सरकार का कहना है कि अपराधी इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके उदाहरण हमने देखे हैं, जिसके बाद इस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है।
जेल की सजा और 20 हजार का जुर्माना
नकाब को लेकर इस कानून का उल्लंघन करने पर जेल की सजा और 20 हजार सोम (स्थानीय मुद्रा) के जुर्माने का प्रावधान है। जनवरी 2025 में सरकार ने इस कानून को लागू करने का फैसला किया।देश के राष्ट्रपति ने विशेष अभियान चलाकर नकाब पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। किर्गिस्तान की 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है।यहां सुन्नी मुसलमानों की संख्या ज्यादा है। मुसलमानों के बाद यहां ईसाई धर्म के लोग रहते हैं।
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