India News (इंडिया न्यूज), Imran Khan Release Protest: पाकिस्तान में फिर से कुछ बड़ा होने वाला है। ठीक वैसा ही जैसा बांग्लादेश में हुआ था। जी हां सत्ता विरोधी आंदोलन की बात कर रहे हैं हम। दरअसल, पाकिस्तान के संघीय अधिकारियों ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की विरोध योजना के मद्देनजर राजधानी इस्लामाबाद और आसपास के इलाकों में दो महीने के लिए पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने और सभी प्रकार की बैठकों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

इमरान खान की पार्टी ने किया बड़ा ऐलान

पीटीआई ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि एक साल से अधिक समय से जेल में बंद अपने संस्थापक इमरान खान की रिहाई के लिए 24 नवंबर को इस्लामाबाद में प्रदर्शन किया जाएगा। इस घोषणा के बाद संघीय सरकार ने इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी है। जिसके तहत किसी भी सार्वजनिक बैठक या भीड़ के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। इस्लामाबाद के जिला मजिस्ट्रेट उस्मान अशरफ के कार्यालय द्वारा सोमवार (18 नवंबर) को जारी कई अधिसूचनाओं के अनुसार, धारा 144 इसलिए लगाई गई है क्योंकि समाज के कुछ तत्व गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होने की योजना बना रहे हैं, जिससे सार्वजनिक शांति और सुरक्षा को खतरा हो सकता है।

सऊदी अरब में रहने वाले भारतीयों को ऐसा करने पर मिलेगी ये सजा, कांप उठेंगी रूहें, प्रिंस MBS के इस फरमान से पूरी दुनिया में आ गया भूचाल

अधिसूचना में क्या कहा गया है?

बता दें कि, अधिसूचना में कहा गया है कि पांच या उससे ज्यादा लोगों के सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि ऐसे आयोजनों से सार्वजनिक शांति और सद्भाव को खतरा हो सकता है, मानव जीवन और सुरक्षा को नुकसान पहुंच सकता है, सार्वजनिक संपत्ति को खतरा हो सकता है और इस्लामाबाद जिले की राजस्व/क्षेत्रीय सीमाओं के भीतर दंगे या सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा मिल सकता है। वहीं पीटीआई का कहना है कि इमरान खान की रिहाई की मांग के लिए ये विरोध प्रदर्शन जरूरी हैं। लेकिन सरकार का मानना है कि ऐसे आयोजनों से समाज में अस्थिरता पैदा हो सकती है।

बांग्लादेश में मुस्लिम लड़की से प्यार करने पर हिंदू युवक को कट्टरपंथी मौलानाओं और सेनाओं ने दी तालिबानी सजा, सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा