India News (इंडिया न्यूज), What Is Blood Money In Yemen: यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने भारतीय नर्स निमिशा प्रिया की मौत की सजा को मंजूरी दे दी है, जो 2017 से एक यमन नागरिक की हत्या के लिए जेल की सजा काट रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक महीने के भीतर सजा पर अमल किया जाएगा। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय (MEA) ने सोमवार (30 दिसंबर, 2024) को कहा, भारत यमन में निमिशा प्रिया की सजा के बारे में जानता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, “हम समझते हैं कि प्रिया का परिवार प्रासंगिक विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकार इस मामले में हर संभव मदद कर रही है।”
क्या है निमिषा प्रिया केस?
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, निमिषा प्रिया को 2017 में यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का दोषी पाया गया था। एक साल बाद उसे यमन की एक ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। तब से उसका परिवार उसकी रिहाई के लिए लड़ रहा है। उन्होंने ट्रायल कोर्ट के आदेश के खिलाफ यमन के सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन 2023 में उनकी अपील खारिज कर दी गई। अब, देश के राष्ट्रपति ने भी प्रिया की अपील को खारिज कर दिया है, इसलिए उसकी रिहाई पीड़ित के परिवार और उनके आदिवासी नेताओं से माफी हासिल करने पर निर्भर है।
वकील के फीस की वजह से अटकी बातचीत
मनोरमा ऑनलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, उसकी मां प्रेमा कुमारी पीड़ित के परिवार के साथ ब्लड मनी के लिए बातचीत करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन सितंबर में भारतीय दूतावास द्वारा नियुक्त वकील अब्दुल्ला अमीर द्वारा 20,000 डॉलर (लगभग 16.6 लाख रुपये) की पूर्व-बातचीत शुल्क की मांग के बाद पीड़ित के परिवार के साथ बातचीत अचानक रुक गई थी। विदेश मंत्रालय ने जुलाई में ही अमीर को 19,871 डॉलर प्रदान कर दिए थे, लेकिन उन्होंने बातचीत फिर से शुरू करने से पहले दो किस्तों में भुगतान करने के लिए कुल 40,000 डॉलर की फीस पर जोर दिया।
क्या है ब्लड मनी?
दरअसल, हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अरब देशों समेत यमन में सालों से एक व्यवस्था चल रही है, जिसे ‘ब्लड मनी’ कहा जाता है। बता दें कि, इस शब्द का मतलब उस पैसे से है, जो मृतक के परिवार को दिया जाता है, ताकि अपराधी की जान बचाई जा सके। एक तरह से यह मुआवजे की मोटी रकम होती है, जो मृतक के परिजनों को हर्जाने के तौर पर दी जाती है। इसके अनुसार, अगर मृतका का परिवार चाहे तो हत्यारे से समझौता कर सकता है और कुछ पैसे लेकर उसे माफ कर सकता है। ऐसी भी खबरें आई थीं कि महदी के परिवार ने निमिषा के परिवार से ब्लड मनी के तौर पर 5 करोड़ यमनी रियाल मांगे थे। यानी भारतीय मुद्रा में यह रकम 1.52 करोड़ रुपये होती है।