India News (इंडिया न्यूज), India Military Wall: पड़ोसियों के मामले में भारत के बॉर्डर मुसीबतों से घिरे रहते हैं और देश के जांबाज इन सभी मुसीबतों से सालों से लड़ते आ रहे हैं। ऐसा ही एक बॉर्डर है एलएसी (LAC) जो चीन के साथ लगता है। इस बॉर्डर पर भारत-चीन दोनों देशों के बीच विवाद होते रहते हैं। चीन गोलीबारी से लेकर धोखेबाजी तक…कब्जा करने के लिए हर तरह की चाल चुका है। जिसमें चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ डेपसांग मैदानों के माध्यम से पश्चिम की ओर बढ़ने की कोशिश कर सकती है। इन हालातों से निपटने के लिए भारत ने ऐसी ‘दीवार’ खड़ी करने की तरकीब लगाई है, जिसे कोई नहीं भेद पाएगा।
LAC से लगे ग्लेशियर चीन के घुसपैठ की वजह से दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र बन गए हैं। जिसमें चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ डेपसांग मैदानों के माध्यम से पश्चिम की ओर बढ़ने की कोशिश करती रहती है। अब विषेशज्ञों को शक हो गया है कि PLA 255 किलोमीटर लंबी दारबुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी (DSDBO) को काटने की प्लानिंग कर रही है ताकि भारतीय आर्मी की पहुंच सीमित हो जाए। इन चालबाजियों के हल के तौर पर भारत ने एक ‘सैन्य दीवार’ बनाने का फैसला किया है।
ये ‘सैन्य दीवार’, ईंट-पत्थरों के बजाए आधुनिक हथियारों, विशालकाय टैंकों, पावरफुल तोपों और एडवांस डिफेंस सिस्टम को तैनात करके तैयार की जाएगी। इसके अलावा भारत के कई सैनिक भी इस ‘सैन्य दीवार’ का हिस्सा होंगे। इसमें MiG-23, MiG-29, Su-30MKI, मिराज 2000, राफेल जैसे फाइट जैट और लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टरों जैसे- ALH Mk-III/IV, चिनूक और अपाचे जैसे वॉर हेलीकॉप्टर्स को भी शामिल किया जाएगा।