India News (इंडिया न्यूज), India-Canada Tension: खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा ने एक बार फिर भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कनाडा ने भारतीय राजनयिकों पर कनाडा की धरती पर आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। इसके बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते और भी तल्ख हो गए हैं। कनाडा में अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा समेत कई राजनयिकों को भारत ने वापस बुला लिया है। इसके साथ ही 6 कनाडाई राजनयिकों को भी 19 अक्टूबर तक भारत छोड़ने का आदेश दे दिया है।
कनाडा भारत पर लगा सकता है प्रतिबंध
हालांकि, अभी भी कई ऐसी बातें हैं जो भारत और कनाडा के रिश्तों को और खराब कर सकती हैं। माना जा रहा है कि कनाडा भारत पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। क्या कनाडा प्रतिबंध लगाने पर विचार करेगा, कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जॉली ने कहा कि सब कुछ बातचीत की मेज पर है। अगर कनाडा वाकई भारत पर प्रतिबंध लगाता है तो भारत उसे क्या नुकसान पहुंचा सकता है?
कनाडा में सबसे ज्यादा भारतीय पढ़ते हैं
भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 13 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं। हर साल बड़ी संख्या में भारतीय विदेश में पढ़ाई करने जाते हैं। कनाडा ज्यादातर भारतीय छात्रों की पहली पसंद है। सबसे ज्यादा भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई करने जाते हैं। इस समय कनाडा में 4,27,000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। कनाडा में 40 फीसदी छात्र भारतीय हैं और वे कनाडा की अर्थव्यवस्था में 2.5 लाख करोड़ रुपये का योगदान देते हैं, जिससे कनाडा की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।
इन तरीकों से भारत कनाडा को करारा जवाब दे सकता है
1. वर्तमान में कनाडा में करीब 1.25 लाख भारतीय छात्र पढ़ते हैं। अगर भारत इन छात्रों को कनाडा में पढ़ने से रोकता है तो इसका कनाडा की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर जरूर पड़ेगा। क्योंकि हर साल कनाडा को भारतीय छात्रों से अरबों रुपए की फीस मिलती है।
2. खालिस्तान समर्थकों से सहानुभूति रखने वाले भारतीय मूल के नागरिकों का ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड को भारत रद्द कर सकता है। भारत ऐसा करता है तो भारतीय मूल के नागरिकों को खालिस्तानियों से सहानुभूति रखने के अपने फैसले पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है।
3. खालिस्तान समर्थकों और खालिस्तानियों के खिलाफ भारत जो एक कदम उठा सकता है, वह है उनके संपत्ति अधिकारों को निलंबित करना। इसके अलावा ऐसे लोगों को वीजा देने में देरी करना या उनके खिलाफ जांच शुरू करना।
4. भारतीय मूल के संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों के मल्टीपल एंट्री वीजा पर भारत चाहे तो कनाडा में रहने वालों पर रोक लगा सकता है, जिससे कनाडा-भारतीय समुदाय में हलचल मच सकती है, जिसका असर कनाडा की राजनीति पर पड़ सकता है।
5. इसके अलावा भारत भी ऐसा ही कर सकता है। कनाडा व्यापार प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। भारत भी ऐसा कर सकता है और अगर ऐसा हुआ तो सबसे ज़्यादा नुकसान कनाडा को ही होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कनाडा भारत का टॉप-10 व्यापारिक साझेदार है। कनाडा की अर्थव्यवस्था भारत पर बहुत ज़्यादा निर्भर है।
भारत-कनाडा के रिश्ते क्यों बिगड़े?
दरअसल, भारत और कनाडा के रिश्तों में कड़वाहट पिछले साल तब शुरू हुई, जब 18 जून को कनाडा के एक गुरुद्वारे में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। तब कहा गया कि आतंकियों के बीच गैंगवार में निज्जर मारा गया।