India News (इंडिया न्यूज), India China Relationship: भारत और पड़ोसी देश चीन के खट्टे-मीठे रिश्ते की चर्चा पूरी दुनिया में रहती है। दोनों पावरफुल देश हैं और दुनिया जानती है कि अगर दोनों साथ आ गए तो कैसा शक्ति प्रदर्शन देखने को मिलेगा। हाल ही में कुछ ऐसा ही होता दिखाई दे रहा है, चीन और भारत के बीच मिठास बढ़ रही है। चीन की तरफ से दोस्ती का एक कदम बढ़ाया गया तो भारत ने चार कदम आगे आकर दरियादिली का सबूत दिया है, जिसे देखकर खुद ड्रैगन भी चौंक गया। इस दोस्ती के सामने आए सबूतों ने दुनिया भर को हिलाकर रख दिया है।

भारत और चीन के कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ

दरअसल, 1 अप्रैल को चीन और भारत के कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ थी। इस मौके पर चीनी दूतावास में एक इवेंट का आयोजन किया गया था। दोस्ती के इस जश्न में अचानक से एक ऐसा शख्स पहुंच गया, जिसकी खुद शी जिनपिंग को भी उम्मीद नहीं थी। ये शख्स कोई और नहीं बल्कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी थे। विक्रम, पीएम मोदी के करीबी एस जयशंकर के राइट हैंड माने जाते हैं। चीनी दूतावास में जो कार्यक्रम आयोजित हुआ, उसमें आमतौर पर सचिव लेवल के अधिकारी ही जाते हैं लेकिन इस साल पहली बार विक्रम मिसरी मे हिस्सा लिया।

देश में तीसरी सबसे बड़ी संपत्ति…दिल्ली सल्तनत के दौर से जुड़ा है इतिहास, जानें वक्फ के बारे में सबकुछ

कार्यक्रम में शामिल हुए विक्रम मिसरी

चीन को उम्मीद नहीं रही होगी कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी खुद इस कार्यक्रम में आएंगे। लेकिन पीएम मोदी ऐसे सरप्राइज के लिए जाने जाते हैं। जयशंकर के राइट हैंड विक्रम मिसरी को भेजकर उन्होंने चीन को बता दिया कि दोस्ती में कोई बड़ा या छोटा नहीं होता। अगर चीन दोस्ती का हाथ बढ़ाएगा तो भारत उससे भी बढ़कर दोस्ती निभाएगा। विक्रम मिसरी के कार्यक्रम में पहुंचने पर मंच की रौनक बढ़ गई। चीनी दूतावास का माहौल बेहद उत्साहपूर्ण हो गया। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी और चीन के राजदूत झू फैहॉन्ग ने दोस्ती की 75वीं वर्षगांठ पर केक काटा। फिर गिलास टकराकर दोस्ती का जश्न मनाया।

‘अगर मोदी सरकार नहीं होती तो संसद…’, वक्फ संसोधन बिल पेश करते ही किरेन रिजिजू ने किया चौंकाने वाला खुलासा, लटक गया कांग्रेस का मुंह