India News (इंडिया न्यूज), Treasure Of India-Pakistan: डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। जिसका कहर किसी और पर नहीं बल्कि विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ रहा है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 6वें हफ्ते गिरावट देखने को मिली है। इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 32 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है और यह करीब 11 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। करीब साढ़े तीन महीने पहले देश का विदेशी मुद्रा भंडार अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर था। वहां से अब तक विदेशी मुद्रा भंडार में 79 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिली है।
तो वहीं दूसरी तरफ अगर हम पाकिस्तान की बात करें तो, पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले हफ्ते भले ही गिरावट देखने को मिली हो, लेकिन इस हफ्ते इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसकी वजह से वहां के शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 10 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 8.71 अरब डॉलर घटकर 625.87 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि पिछले सप्ताह यह 5.69 अरब डॉलर घटकर 634.58 अरब डॉलर रह गया था। पिछले कुछ हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आ रही है। इस गिरावट का कारण रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए विदेशी मुद्रा बाजार में आरबीआई का हस्तक्षेप और मूल्यांकन माना जा रहा है।
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार
केंद्रीय बैंक द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 10 जनवरी, 2025 को समाप्त सप्ताह में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) का विदेशी मुद्रा भंडार 30 मिलियन डॉलर बढ़कर 11.725 अरब डॉलर हो गया। एसबीपी ने एक बयान में कहा कि नवीनतम वृद्धि के साथ, पाकिस्तान का कुल तरल विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 16.451 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व में वृद्धि का कोई कारण नहीं बताया गया। बाद में, एसबीपी ने घोषणा की कि यूएई ने एसबीपी के पास रखे अपने दो $1 बिलियन जमाओं के रोलओवर की पुष्टि की है, जिससे उनकी परिपक्वता अवधि एक और वर्ष बढ़ गई है। जमा राशि मूल रूप से जनवरी 2025 में परिपक्व होने वाली थी।