India News (इंडिया न्यूज), India Pakistan Tension: पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। इस बीच भारत और पाकिस्तान की ताकतों की तुलना हो रही है। अगर हम दोनों देशों की ताकतों की बात करें तो भारत को बढ़त मिली हुई है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय एयर डिफेंस सिस्टम है। क्योंकि हाल के वर्षों में दोनों देशों ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को आधुनिक बनाने में काफी निवेश किया है। ऐसे में आइये चर्चा करते हैं कि इन दोनों पड़ोसी परमाणु शक्तियों में से किसके पास ज्यादा मजबूत और आधुनिक एयर डिफेंस क्षमता है?
कैसा है भारत का एयर डिफेंस सिस्टम?
भारत ने अपने एयर डिफेंस नेटवर्क को कई स्तरों पर तैयार किया है। इसमें शॉर्ट रेंज, मीडियम रेंज और लॉन्ग रेंज मिसाइल सिस्टम शामिल हैं। भारत के पास निम्नलिखित प्रमुख एयर डिफेंस हथियार हैं, जो आसमान में किसी भी हमले को रोकने की ताकत रखते हैं।
- एस-400 ट्रायम्फ: रूस से हासिल की गई यह प्रणाली भारत की सबसे शक्तिशाली एयर डिफेंस क्षमता मानी जाती है। यह 400 किलोमीटर तक की दूरी से दुश्मन के विमान, मिसाइल और ड्रोन को मार गिरा सकती है।
- आकाश मिसाइल प्रणाली: डीआरडीओ द्वारा विकसित यह स्वदेशी प्रणाली 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तक हवाई छर्रों को नष्ट करने में सक्षम है।
- बराक-8: यह इजराइल के सहयोग से विकसित एक मध्यम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली है, जो समुद्र और जमीन दोनों प्लेटफॉर्म से संचालित हो सकती है।
कैसी है पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली?
भारत की तुलना में पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली कुछ हद तक सीमित है, लेकिन हाल के वर्षों में चीन और तुर्की के सहयोग से इसमें सुधार देखने को मिला है। लेकिन फिर भी यह प्रणाली भारतीय मिसाइलों को रोकने में असफल साबित हो सकती है।
- एचक्यू-9 वायु रक्षा प्रणाली: यह चीन से प्राप्त एक लंबी दूरी की प्रणाली है, जिसकी क्षमता एस-300 के बराबर मानी जाती है, लेकिन यह एस-400 जितनी प्रभावी नहीं है।
- LY-80: यह एक छोटी से मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणाली है, जिसे पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में शामिल किया है। लेकिन यह बहुत घातक नहीं है।
- एफएम-90 और एएनजेडए मिसाइलें: ये सीमित दूरी के लिए हैं और मुख्य रूप से निम्न स्तर की वायु रक्षा प्रदान करती हैं।