India News (इंडिया न्यूज), India-US Relations: अमेरिका की सत्ता डोनाल्ड ट्रंप के संभालने के बाद चीन समेत दुनिया के कई देश अमेरिका से रिश्तों को लेकर चिंतित हैं। खैर, भारत इस बात से एकदम बेफिक्र है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत का मित्र बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में भारत-अमेरिका की दोस्ती और भी मजबूत होगी। गोयल ने आगे कहा कि उन्हें भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी में कोई समस्या नहीं दिखती और आने वाले समय में नए प्रशासन के आने से यह साझेदारी और मजबूत होगी।इस दौरान उन्होंने टेस्ला और स्टारलिंक की निवेश योजनाओं से लेकर लैपटॉप आयात नीति और यूरोपीय संघ के एकतरफा हरित अर्थव्यवस्था नियमों तक के सवालों के जवाब दिए।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने का इंतजार
बता दें कि, ट्रंप के अगले राष्ट्रपति बनने पर भारत के विचार के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। हमें (अमेरिका में) नई सरकार को कार्यभार संभालने देना चाहिए और अपना औपचारिक और आधिकारिक रुख स्पष्ट करना चाहिए। लेकिन स्थिति की मेरी समझ और ट्रंप प्रशासन के साथ काम करने के मेरे अपने अनुभव के आधार पर, मुझे कोई समस्या नहीं दिखती। दरअसल, अपने चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने आरोप लगाया था कि भारत सभी प्रमुख देशों के बीच विदेशी उत्पादों पर सबसे अधिक सीमा शुल्क लगाता है। उन्होंने सत्ता में आने पर पारस्परिक कर लगाने की अपनी प्रतिबद्धता भी व्यक्त की थी।
फिर ट्रंप प्रशासन के साथ काम करेंगे- गोयल
केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को पहले से कहीं बेहतर तरीके से संभाला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में तीन प्रशासनों के साथ काम किया है और हम एक बार फिर ट्रंप प्रशासन के साथ काम करेंगे। अमेरिका के साथ भारत के संबंध हर साल बेहतर होते जा रहे हैं। गोयल ने आगे कहा कि ट्रंप भारत के मित्र हैं, प्रधानमंत्री मोदी के मित्र हैं और मुझे यकीन है कि यह दोस्ती और मजबूत और गहरी होगी। यह उनकी अब तक की विभिन्न टिप्पणियों से स्पष्ट है।
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