India News (इंडिया न्यूज),Canda:अमेरिका के बाद अब कनाडा में भारतीयों ने कमाल कर दिया है।  कनाडा में भी हिंदुओं का सितारा चमका है। कनाडा में आम चुनाव में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। कनाडा के चुनाव में रिकॉर्ड 24 भारतीय मूल के कनाडाई उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। वहीं, चार साल पहले हुए चुनाव में 21 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। भारतीय मूल के प्रमुख विजेताओं में इनोवेशन, विज्ञान और उद्योग मंत्री अनीता आनंद भी शामिल हैं। उन्होंने ओकविले ईस्ट सीट पर शानदार जीत दर्ज की। भारतीय मूल के उम्मीदवारों ने नई संसद में अपनी दमदार और मुखर उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें से ज्यादातर उम्मीदवार पंजाब से ताल्लुक रखते हैं। करीब 65 भारतीय मूल के उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिनमें से रिकॉर्ड 24 ने जीत दर्ज की। 2021 के संघीय चुनावों में 21 उम्मीदवार जीते।

कौन जीता?

  • सुखमन सिंह गिल (कंजर्वेटिव, ऐबट्सफ़ोर्ड-साउथ लैंगली): पंजाब के मोगा जिले से संबंध।
  • सुख धालीवाल (लिबरल, सरे-न्यूटन): छठी बार जीत, पंजाब से संबंध
  • दलविंदर गिल (कंजर्वेटिव, कैलगरी मैकनाइट): पहली बार जीत
  • अमनप्रीत सिंह गिल (कंजर्वेटिव, कैलगरी स्काईव्यू): गुरुद्वारा विवाद के बावजूद जीत.
  • टिम उप्पल (कंजर्वेटिव, एडमॉन्टन मिल वुड्स): 2008 से सांसद
  • रूबी सहोता (लिबरल, ब्रैम्पटन नॉर्थ): कंजर्वेटिव के अमनदीप जज को हराया.
  • सुखदीप कांग (कंजर्वेटिव, ब्रैम्पटन साउथ): लिबरल की सोनिया सिद्धू को हराया.
  • अमरजीत गिल (कंजर्वेटिव, ब्रैम्पटन वेस्ट): लिबरल की कमल खेरा को हराया.
  • जसराज हॉलन (कंजर्वेटिव, कैलगरी ईस्ट)
  • अर्पण खन्ना (कंजर्वेटिव, ऑक्सफर्ड)
  • परम गिल (कंजर्वेटिव, मिल्टन ईस्ट)
  • हर्ब गिल (कंजर्वेटिव, विंडसर वेस्ट)
  • जगशरण सिंह महल (कंजर्वेटिव, एडमॉन्टन साउथईस्ट)
  • अनीता आनंद (लिबरल, ओकविल): प्रमुख हस्ती, अपनी सीट बरकरार रखी.
  • शुव मजूमदार (कंजर्वेटिव, कैलगरी हेरिटेज): पूर्व पीएम स्टीफन हार्पर की सीट जीती.
  • मनिंदर सिद्धू (लिबरल, ब्रैम्पटन ईस्ट): संसद में वापसी.
  • हरजीत सज्जन (लिबरल, वैंकूवर साउथ): पूर्व रक्षा मंत्री, अपनी सीट बरकरार रखी.
  • रणदीप सराय (लिबरल, सरे सेंटर)
  • चंद्र आर्य (लिबरल, निपींग): संसद में वापसी
  • जसविंदर सिद्धू (कंजर्वेटिव, मिशन-मैट्सक्वी-फ्रेजर कैन्यन): पहली बार जीत
  • गगन सिखु (कंजर्वेटिव, पैन्जराइड): पहली जीत
  • संजीव शर्मा (कंजर्वेटिव, हैमिल्टन ईस्ट-स्टोनी क्रीक): पहली बार जीत.

जगमीत सिंह की हार

वहीं जस्टिन ट्रूडो का यार और खालिस्तानी एजेंडे को बढ़ावा देने वाला जगमीत सिंह हार गया. ट्रूडो सरकार में किंगमेकर की हैसियत रखने वाला खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह और उसकी पार्टी की करारी हार हुई है. खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह को पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो के भारत विरोधी रुख के लिए जिम्मेदार कारणों में से एक माना जाता है।

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