India News (इंडिया न्यूज), Iran Bushehr Nuclear Plant: ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए अमेरिका और इजरायल एक के बाद एक बैठकें कर रहे हैं, वहीं ईरान ने चुपचाप एक बड़ा कदम उठाया है। ईरान के बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र ने अब ईंधन भरने और तैयार करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है और 22 जून से बिजली उत्पादन शुरू करने जा रहा है। यह वही संयंत्र है जो लंबे समय से पश्चिमी देशों के लिए चिंता का विषय रहा है। लेकिन ईरान का कहना है कि यह परियोजना उसकी ऊर्जा जरूरतों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
संयंत्र के प्रमुख ने क्या बताया?
बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रमुख रेजा बनजादेह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और अब यह संयंत्र फिर से संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय के शेड्यूल के मुताबिक संयंत्र से बिजली उत्पादन शुरू किया जाएगा। उन्होंने इस कदम को देश की राष्ट्रीय जरूरत बताया और कहा कि इसे हर कीमत पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब अमेरिका और इजरायल ने ईरान को परमाणु कार्यक्रम से पीछे हटने की बार-बार चेतावनी दी है।
इजरायल और अमेरिका को सता रहा ये डर
इजरायल और अमेरिका को डर है कि ईरान शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा की आड़ में हथियार बनाने की ओर बढ़ सकता है। लेकिन ईरान ने बार-बार कहा है कि उसका कार्यक्रम पूरी तरह से नागरिक इस्तेमाल के लिए है। और अब बुशहर प्लांट को फिर से शुरू करके ईरान ने साफ संदेश दे दिया है कि वह अपने रास्ते से पीछे नहीं हटेगा। रज़ा बनज़ादेह ने यह भी कहा कि प्लांट में 75,000 क्यूबिक मीटर की क्षमता वाली एक नई विलवणीकरण इकाई भी बनाई गई है। यह इकाई स्थानीय लोगों की पेयजल जरुरी को पूरा करेगी। इसका मतलब ये है कि ईरान इस परियोजना को सिर्फ बिजली से ही नहीं बल्कि आम जनता की बुनियादी जरूरतों से भी जोड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार, बुशहर प्लांट की यह प्रगति सिर्फ तकनीकी ही नहीं, बल्कि रणनीतिक भी है। जब अमेरिका और इजरायल बैठकों में व्यस्त थे, तब ईरान ने जमीन पर एक ठोस कदम उठाया है। इससे एक बात तो साफ हो गया है कि आने वाले समय में पश्चिमी देशों और ईरान के बीच टकराव और गहरा सकता है। लेकिन ईरान ने एक बार फिर दिखा दिया है कि दुनिया चाहे जो भी कहे, वह अपने फैसले लेने और उन्हें लागू करने की पूरी क्षमता रखता है।
‘आने वाली नस्लों को…’, मौलाना मदनी ने बताया मदरसों का मकसद, मुसलमानों को बताया क्या है असली इस्लाम?