India News (इंडिया न्यूज), Iran summons Pak’s diplomat in Tehran: समाचार एजेंसी एएफपी ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया कि ईरान ने गुरुवार को जवाबी मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान के प्रभारी डी’एफ़ेयर को तलब किया। जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान द्वारा सीमा क्षेत्र पर हमला किया गया जिसमें कम से कम सात लोग मारे गए।
पाकिस्तानी प्रभारी को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया गया
स्थानीय मीडिया ने कहा कि, “सिस्तान बलूचिस्तान प्रांत के एक सीमावर्ती गांव पर पाकिस्तान द्वारा सुबह-सुबह किए गए हमले के बाद, एक घंटे पहले तेहरान में पाकिस्तानी प्रभारी को स्पष्टीकरण के लिए विदेश मंत्रालय में बुलाया गया था।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेहरान में देश के राजदूत की अनुपस्थिति में पाकिस्तानी राजनयिक को सरवन शहर के आसपास के विभिन्न इलाकों में हुए कई विस्फोटों के संबंध में स्पष्टीकरण के लिए बुलाया गया था।
ईरानी विदेश मंत्री ने की हमले की निंदा
ईरानी विदेश मंत्री नासिर कनानी ने बाद में हमले की निंदा की और पुष्टि की कि तेहरान के विरोध को इस्लामाबाद तक पहुंचाने और हमले के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए मंत्रालय द्वारा पाकिस्तानी राजनयिक को बुलाया गया था।
इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज कहा कि कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवर-उल-हक काकर हमले के बीच दावोस में विश्व आर्थिक मंच की अपनी यात्रा में कटौती करेंगे।
तेहरान द्वारा एक दिन पहले इसी तरह के हमले शुरू करने के बाद तनाव बढ़ने के बाद पाकिस्तानी सेना ने ईरान में ‘आतंकवादी ठिकानों’ के खिलाफ लक्षित हमले किए।
पाकिस्तान के हमले की पुष्टि देश के विदेश मंत्रालय ने की, जिसने एक बयान में कहा, “परमाणु-सशस्त्र राष्ट्र ने ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में “आतंकवादी ठिकानों” के खिलाफ सुबह हमले किए।”
इरान ने की हमले की शुरुवात
बता दें सबसे पहले इरान ने पाकिस्तान में कथित चरमपंथी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर हमले किए। पाकिस्तान सरकार ने इन हमलों की पुष्टि की और कहा कि इसमें दो बच्चों की मौत हो गई । पाकिस्तान ने हमलों को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया,और कहा है कि यह पूरी तरह से ‘अस्वीकार्य’ है।
ईरान को पाकिस्तान की चेतावनी
पाकिस्तान ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा था कि “हम अपने हवाई क्षेत्र के अकारण उल्लंघन और देश के अंदर हमले की निंदा करते हैं। उन्होने कहा कि यह हमारे संप्रभुता का उल्लंघन है और इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।”
जैश-अल-अदल
ईरान का दावा है कि पाकिस्तान के साथ उसकी सीमा के पास सक्रिय सुन्नी चरमपंथी समूह जैश-अल-अदल को अमेरिका और इज़राइल का समर्थन प्राप्त है। यह संगठन पहले भी ईरानी सुरक्षा बलों पर हुए कई हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है।
Also Read:
- Ram Mandir: आज मंदिर में रामलला का आगमन, जानें किस दिन होगा कौन सा कार्यक्रम
- Ram Mandir: रामलला की बाकी दो मूर्तियां भी राम मंदिर के गर्भगृह में ही होगी विराजमान, जानें ट्रस्ट ने क्या कहा