India News (इंडिया न्यूज),Iran Attacks Israel: दुनिया में लगातार युद्ध का खतरा बना हुआ है एक तरफ रुस तो दुसरी ओर इजरायल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच ईरान ने करीब 200 ज्यादा मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया है। इसमें इजरायल के तीन हवाई मिलिट्री बेस तबाह हो गए इसका दावा खुद ईरान की ओर से किया गया है। इजरायल में कई जगहों पर मिसाइल हमलों के निशान भी नजर आ रहे हैं।
इजरायल के आवासीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला जा चुका है। वहीं एक मिसाइल तो तेल अवीव स्थित खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर भी गिरी है, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
मिसाइल के हमले का वीडियो वायरल
दरअसल, मिसाइल के हमले से हुए नुकसान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि मोसाद मुख्यालय के पास 30 फीट गहरा, 50 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया है। वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि इनमें से एक गड्ढा मोसाद मुख्यालय से करीब 1,500 मीटर दूर स्थित है।
नेवातिम एयर बेस में इज़राइली F-35 लड़ाकू विमान
बता दें कि, ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ मोहम्मद बाघेरी ने प्रेस टीवी को बताया है कि मंगलवार रात को ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस II’नामक हमले में नेवातिम एयर बेस, नेत्ज़ारिम सैन्य सुविधा और टेल नोफ़ खुफिया इकाई को निशाना बनाया गया है। तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नेवातिम एयर बेस में इज़राइली F-35 लड़ाकू विमान थे। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने तीन साइटों को निशाना बनाने के लिए हाइपरसोनिक फ़तह मिसाइलों का इस्तेमाल किया है।
ईरान ने जानबूझकर नागरिक ठिकानों पर किया हमला
मामले को लेकर बाघेरी ने आगे बताया कि, ईरान ने जानबूझकर नागरिक ठिकानों और बुनियादी ढांचे पर हमला नहीं किया। यह हमला हमास प्रमुख इस्माइल हनीयाह और IRGC कमांडर अब्बास निलफोरुशन की हत्या और 27 सितंबर को बेरूत में हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह की हत्या के जवाब में किया गया था। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा है कि इजरायल के खिलाफ ईरान की सैन्य कार्रवाई उसके वैध अधिकारों के अनुसार और ईरान और व्यापक क्षेत्र दोनों के लिए शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ की गई थी। यह कार्रवाई ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा के लिए थी।