India News, (इंडिया न्यूज),Iran Explosion: ईरान में हुए दोहरे विस्फोट को लेकर कई सारी बातें सामने आ रही है। जिसके बाद इस मामले में बड़ी खबर ये सामने आ रही है कि, इस्लामिक स्टेट ने गुरुवार को ईरान में दोहरे विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है। जानकारी के अनुसार, दिवंगत कमांडर कासिम सुलेमानी के लिए स्मारक कार्यक्रम के दौरान लगभग 100 लोग मारे गए और कई घायल हुए जो। बता दें कि, कासिम सुलेमानी 2020 में इराक में अमेरिकी ड्रोन द्वारा मारे गए थे।

मुस्लिम चरमपंथी समूह का दावा

इसके साथ ही इस विस्फोट को लेकर सुन्नी मुस्लिम चरमपंथी समूह ने दावा किया कि उसके दो सदस्यों ने बुधवार को सुलेमानी की मौत की सालगिरह मनाने के लिए दक्षिणपूर्वी ईरानी शहर केरमान में कब्रिस्तान में इकट्ठा हुई भीड़ के भीतर विस्फोटक बेल्ट चलाए थे। जानकारी के लिए बता दें कि, तेहरान ने पहले विस्फोटों के लिए “आतंकवादियों” को जिम्मेदार ठहराया था और 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से सबसे घातक हमलों के रूप में वर्णित प्रतिशोध की कसम खाई थी। दोहरे विस्फोटों में महिलाओं और बच्चों सहित 284 लोग घायल हो गए।

क्या है दूसरे विस्फोट का कारण

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, सुलेमानी के गृहनगर करमान में कब्रिस्तान में प्रारंभिक विस्फोट संभवतः एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था। उसी स्रोत के अनुसार, दूसरे विस्फोट का कारण भी ऐसा ही माना गया था।

सुरक्षा परिषद ने जारी किया बयान

वहीं इस मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक बयान जारी कर, करमान में “कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले” की निंदा की और पीड़ितों के परिवारों और ईरानी सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त की। शुक्रवार को पीड़ितों के अंतिम संस्कार के अवसर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने इन हमलों की निंदा करते हुए इसे एक कायरतापूर्ण कृत्य बताया है, जिसका उद्देश्य असुरक्षा पैदा करना और इस्लामिक गणराज्य के प्रति देश की गहरी निष्ठा के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करना है।

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