India News(इंडिया न्यूज),Iran-Israel War: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे विवाद के बीच एक चौकाने वाला रिपोर्ट सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार, इजराइल पर 120 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जहां इजराइल के आयरन डोम पर सबसे ज्यादा हमले हुए, लेकिन सात मिसाइलों ने इजराइल के नेवातिम एयरबेस के आसपास तबाही मचा दी। जिसे इजरायल के रक्षा कवच को तोड़ दिया। जानकारी के लिए बता दें कि, नेवातिम एयरबेस पर इजरायली F-35S फाइटर जेट तैनात हैं। ये वही लड़ाकू विमान हैं जिनसे पिछले साल इजराइल ने गाजा पर बमबारी की थी, आयरन डोम से बच गईं इन सात मिसाइलों ने इजराइल के सुरक्षा घेरे को लेकर थोड़ी चिंता पैदा कर दी है। इजराइल अब इसे और बेहतर बनाने की तैयारी कर रहा है।

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मिसाइल की खासियत

इस मिसाइल का नाम खेइबर शेकन है। यह एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है. इसका संचालन इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स एयरोस्पेस फोर्स द्वारा किया जाता है। यह अपनी श्रृंखला की तीसरी पीढ़ी की मिसाइल है। यह एक ऐसी मिसाइल है जो ठोस ईंधन पर उड़ती है और किसी भी मिसाइल ढाल को भेद सकती है।

मिसाइल की छमता

इसकी रेंज 1450 किलोमीटर है. 11.4 मीटर लंबी इस मिसाइल का व्यास 76 सेंटीमीटर है। इसका वजन 500 किलोग्राम है. यह अधिकतम 135 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकता है। यानी अंतरिक्ष के छोर तक. जब यह उड़ता है तो इसकी गति लगभग 4932 किमी/घंटा होती है। इज़राइल, खीबर शेकन मिसाइल, आयरन डोम वहीं 6174 किमी/घंटा की रफ्तार से लक्ष्य पर हमला करता । हैलेकिन जब यह मिसाइल वायुमंडल से लौटते समय लक्ष्य की ओर बढ़ती है तो इसकी गति 6174 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। इसमें किसी भी वायु रक्षा प्रणाली को धोखा देने के लिए एक विशेष प्रकार की गतिशीलता तकनीक है।

जानें मिसाइल की बनावट

वहीं इस मिसाइल के बनावट के बारे में बतातें हुए एक अधिकारी ने बताया कि, इसे कई तरह के लॉन्चर से दागा जा सकता है, आमतौर पर इसे 10-पहिया वाणिज्यिक चेसिस ट्रक से लॉन्च किया जाता है। इसका पहला संस्करण 2004 में उत्तर-पश्चिम सीरिया में करमान बमबारी के बाद इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद ईरान ने इसका इस्तेमाल इजराइल पर हमला करने के लिए किया। जिससे नेवातिम एयरबेस पर नुकसान हुआ।

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