India News (इंडिया न्यूज), Iran Nuclear Weapon Saudi Arabia news: ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्चिम एशिया में भीषण युद्ध के आसार हैं। अमेरिका ने ईरान से सटे इलाकों में अपने हजारों सैनिक, परमाणु विमानवाहक पोत और दर्जनों लड़ाकू विमान तैनात कर रखे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से साफ कह दिया है कि वह या तो परमाणु समझौते पर राजी हो जाए या फिर भीषण हमले के लिए तैयार रहे। इस हमले की शुरुआत इजरायल कर सकता है। वहीं, अमेरिका ईरान के मित्र यमन के हूथी विद्रोहियों पर परमाणु बमवर्षकों से जोरदार हमले कर रहा है।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्चिम एशिया के देश खासकर सऊदी अरब तनाव में हैं। सऊदी अरब के शाही परिवार ने अमेरिका से साफ कह दिया है कि ईरान के साथ किसी भी नए परमाणु समझौते में तेहरान को ‘सीमित’ रहना चाहिए। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर ईरान ट्रंप के आगे नहीं झुकता और परमाणु बम नहीं बनाता तो क्या सुन्नी देशों का नेता सऊदी अरब भी इस दिशा में आगे बढ़ेगा?

सऊदी अरब और शिया ईरान के बीच लंबे समय से प्रतिस्पर्धा

मुस्लिम देशों में नेतृत्व के लिए मक्का और मदीना के देश सऊदी अरब और शिया ईरान के बीच लंबे समय से प्रतिस्पर्धा चल रही है। सऊदी अरब ईरान के सैन्य उत्थान को अपने और सुन्नी देशों के लिए खतरा मानता है। माना जा रहा है कि इसी वजह से सऊदी अरब के शाही परिवार ने अमेरिका से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने को कहा है। इजरायली मीडिया कान ने इसका खुलासा किया है। ओमान में अमेरिका और ईरान के बीच बातचीत चल रही है। अमेरिका चाहता है कि ईरान परमाणु बम बनाने के अपने कार्यक्रम को छोड़ दे और अपने परमाणु केंद्रों को नष्ट होने दे।

हूथी सऊदी अरब को धमका रहे हैं

सऊदी शाही परिवार यह भी चाहता है कि ईरान अपने परमाणु केंद्र खोले और पूरी जांच की इजाजत दे। साथ ही, उसे खाड़ी देशों में अपने प्रॉक्सी समूहों से दूरी बनानी चाहिए। सऊदी का इशारा हूथी विद्रोहियों की ओर है जो रियाद पर हमला करने की धमकी दे रहे हैं। हाल ही में हूथियों की कई मिसाइलें सऊदी अरब में गिरी हैं। वहीं, ईरान ने अपने पड़ोसी मुस्लिम देशों को धमकाते हुए कहा है कि अगर उन्होंने अमेरिका की मदद की तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। वहीं, सऊदी अरब ईरान के साथ एक मजबूत समझौता चाहता है ताकि वह परमाणु बम न बनाए और क्षेत्र में स्थिरता बनी रहे।

अगर ईरान परमाणु बम बनाता है तो क्या सऊदी अरब बनाएगा?

साल 2023 में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक इंटरव्यू में साफ कहा था कि अगर ईरान परमाणु बम बनाता है तो सुन्नी देश भी परमाणु हथियार बनाएगा। फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में एमबीएस ने ईरान के परमाणु बम को लेकर कहा था, ‘हमें किसी भी देश के परमाणु बम हासिल करने की चिंता है।’ उन्होंने कहा कि अगर ईरान परमाणु बम बनाता है तो उनके देश को भी इसे हासिल करना होगा।

एमबीएस के इस बयान के बाद सऊदी अरब के असैन्य परमाणु कार्यक्रम को लेकर सवाल उठने लगे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि अगर ईरान परमाणु बम बनाता है तो सऊदी अरब अपने असैन्य कार्यक्रम का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के लिए भी कर सकता है।

परमाणु बम पर सऊदी की नजर

साल 2018 में भी सऊदी अरब के प्रिंस ने ऐसी ही चेतावनी दी थी। माना जा रहा है कि सऊदी अरब ने परमाणु बम बनाने की योजना को खुला रखा है। इस बीच, शनिवार को अपने बयान में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिया देश को चेतावनी देते हुए कहा कि ईरान परमाणु बम नहीं बना सकता। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि ईरान एक शानदार, महान और खुशहाल देश बने। लेकिन वे परमाणु हथियार नहीं बना सकते।’ विश्लेषकों का कहना है कि ईरान को डर है कि अगर उसने परमाणु बम नहीं बनाया तो उसकी सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। इजरायल और अमेरिका ईरान में तख्तापलट कर देंगे।

पूछताछ में ज्यादा समझदार बन रहा था तहव्वुर राणा, NIA ने कर दिया ऐसा काम, अब मुंबई हमले का मास्टरमाइंड उगलेगा सारा सच

तो क्या फिर से हिंदू राष्ट्र बन जाएगा नेपाल! कैसे वामपंथियों के हाथ में गया यह देश? जानिए इसका पूरा इतिहास