India News (इंडिया न्यूज), Iran Launches Air Defence Drill : मीडिल ईस्ट में इजरायल और अमेरिका के हमले होने की आशंका को देखते हुए ईरान ने कमर कसली है। इसी कड़ी में ईरानी सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने मंगलवार (7 जनवरी) को मध्य ईरान में नतांज परमाणु फेसिलिटी के पास एक संयुक्त हवाई रक्षा अभ्यास की शुरुआत की है। जानकारी के मुताबिक ईरान ने अपने परमाणु सुविधाओं पर संभावित हमलों के बचाव के तरीकों और हमले की जवाबी कार्रवाई की क्षमता की जांच की है।

इजरायल और अमेरिका के किसी भी हमले से बचने के लिए पहले चरण में ईरानी एयर वायु रक्षा युनिट ने नकली इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर की स्थितियों के तहत विभिन्न हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए प्वाइंट डिफेंस रणनीति का उपयोग किया। इसके जरिए उन्होंने परमाणु फेसिलिटी की रक्षा करने की योजनाओं का अभ्यास किया।

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ईरान ने तैनात किए एयर डिफेंस सिस्टम

अपनी परमाणु फेसिलिटी को सुरक्षित रखने के लिए उठाए गए कदम पर ईरान की सरकारी मीडिया ने खतम अल-अनबिया एयर डिफेंस बेस के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल गदर रहीमजादेह के हवाले से सोमवार (6 जनवरी) को कहा कि, देश के एयर डिफेंस फोर्सेस ने देश भर में संवेदनशील स्थानों के पास कई नई रक्षा प्रणालियों की तैनाती की है, जिनके बारे में दुश्मनों को जानकारी नहीं है।

पिछले साल अप्रैल में सैटेलाइट इमेरजरी के मुताबिक ईरान पर इजरायल के हमले के दौरान एस-300 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया गया था, जो सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस रूस निर्मित मिसाइल डिफेंस सिस्टम है।

ईरानी सेना जमकर कर रही युद्धाभ्यास

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के आसपास इजरायली हमले और डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ईरानी सशस्त्र बलों ने इस साल अपने शीतकालीन अभ्यासों को लगभग दोगुना कर दिया है। IRGC के प्रवक्ता अली मोहम्मद नैनी ने कहा है कि कम से कम 2010 से इजरायल ने कथित तौर पर संवेदनशील परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए ईरान के आंतरिक क्षेत्रों में दर्जनों हमले किए हैं।

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