India News (इंडिया न्यूज), Iran vs Israel: ईरान और इजरायल के बीच के रिश्ते काफी बिगड़े नजर आ रहे हैं, जिसके लिए ये दोनों देश लगातार चर्चे में हैं। आइए आपको इस खबर में हैं दोनों देशों के संबंध से जुड़ी अपडेट्स देते हैं।

ईरान ने किया इजरायल पर हमला

निरंतर कुछ दिनों से ईरान और इजरायल के संबंध बिगड़ते नजर आ रहे हैं। ईरान ने यहूदी राष्ट्र के क्षेत्र पर अपने पहले सीधे हमले में शनिवार के दिन आधी रात को हवाई हमले में विस्फोटक ड्रोन का झुंड लॉन्च किया और इजरायल पर मिसाइलें दागीं। इस हमले के बाद सायरन की आवाजें सुनाई दीं और दूर तक भारी गड़गड़ाहट और धमाकों की आवाजें सुनाई दीं, जिसे स्थानीय मीडिया ने विस्फोटक ड्रोनों का “हवाई अवरोधन” कहा। इजराइल की सेना ने बताया कि ईरान से 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए गए। इस हमले से इजरायल निवासियों का काफी नुकसान हुआ है।

Bhopal: MP में आरती की थाल लेकर थाने पहुंची महिला, इस बात से थी नाराज; जानें पूरा मामला- indianews

इजरायल से लिया बदला

सूत्रों के हवाले के अनुसार, इज़राइल की सेना ने कहा कि ईरान से 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए गए थे, इराक और जॉर्डन में सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि दर्जनों को ऊपर उड़ते देखा गया और इस के साथ ही अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी सेना ने कुछ को मार कर गिरा दिया था। इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अनाम इज़राइली अधिकारी के हवाले से पता चला कि हमले पर “महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया” होगी। ईरान की मिसाइलों के हमले से इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली को बड़े परीक्षण का सामना करना पड़ रहा है।

ईरान का हमला स्पष्ट रूप से 1 अप्रैल को दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले का प्रतिशोध था जिसमें दो वरिष्ठ कमांडरों सहित सात गार्ड अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने कहा कि यह हमला “इज़राइली अपराधों” की सज़ा थी। इजराइल ने वाणिज्य दूतावास पर हमले की जिम्मेदारी की न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है।

IMD Rainfall Alert: चिलचिलाती गर्मी के बीच दिल्ली- NCR में झमाझम बारिश, जानें आपके शहर में आज कैसा रहेगा मौसम – indianews  

इजरायल के साथ अमेरिका, ब्रिटेन

ईरान के हमले की हर तरफ से निंदा की गई और अमेरिका खुले तौर पर इजरायल के समर्थन में आ गया, जिसने यहूदी राज्य को “अनिर्दिष्ट समर्थन” दिया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी इज़राइल के खिलाफ ईरान के ड्रोन हमलों की निंदा की। जर्मनफॉरेनऑफिस ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना समर्थन पोस्ट करते हुए कहा, कि “ईरान और उसके प्रतिनिधियों को इसे तुरंत रोकना चाहिए। इन घंटों में, हम इज़राइल के साथ मजबूती से खड़े हैं।” इजरायल के समर्थन में उतरे देश उसकी सहायता के लिए खड़े दिखाई दे रहे हैं।