India News ( इंडिया न्यूज़ )Ishwar Sharma: भारतीय मूल के 13 वर्षीय ईश्वर शर्मा ने विश्व योग चैंपियनशिप जीत कर इतिहास रच दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि, दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के 13 वर्षीय भारतीय मूल के योग प्रतिभावान ने स्वीडन में यूरोपीय योग खेल चैम्पियनशिप में कई पुरस्कारों के साथ अपनी तालिका में एक और स्वर्ण पदक जोड़ा है। ईश्वर की माने तो वे तीन साल की उम्र में अपने पिता को रोजाना अभ्यास करते देखकर योग करना शुरू किया और कई विश्व योग चैंपियनशिप जीतीं।

परिवार ने कही ये बात

इसके साथ ही बता दें कि, ईश्वर के परिवार ने उनके ऑटिज्म और अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर के संदर्भ में बतातें हुए कहा कि, ‘ईश्वर को विशेष रूप से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए योग का संदेश फैलाने का शौक है।’ मिली जानकारी के अनुसार, ईश्वर शर्मा, जिन्होंने कोरोनोवायरस लॉकडाउन के दौरान 14 देशों में 40 बच्चों के लिए दैनिक योग कक्षाओं का नेतृत्व किया, उनको तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पॉइंट्स ऑफ लाइट पुरस्कार से सम्मानित किया था।

तात्कालीन पीएम ने लिखा था ईश्वर को पत्र

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, उस समय ब्रिटेन के तात्कालिन पीएम जॉनसन ने शर्मा को लिखे 2021 के एक व्यक्तिगत पत्र में कहा था कि, ‘आपने लॉकडाउन के दौरान विश्व स्तर पर सैकड़ों बच्चों के लिए योग का आनंद पहुंचाया है। मैं विशेष रूप से यह सुनकर प्रेरित हुआ कि आपने किस प्रकार विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को उस गतिविधि का आनंद लेने में मदद की है जिसका आप आनंद लेते हैं और उसमें उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।

पिता के साथ IYoga Solutions चलाते है ईश्वर

जानकारी के लिए बता दें कि, ईश्वर शर्मा ने योग के प्रति अपने योगदान के लिए पांच विश्व चैंपियनशिप और हाउस ऑफ लॉर्ड्स में ब्रिटिश सिटीजन यूथ अवार्ड जीता है। शर्मा अपने पिता डॉ. विश्वनाथ के साथ, ईश्वर ब्रिटेन में योग और इसके कई लाभों के बारे में प्रचार करने के लिए IYoga Solutions चलाते हैं।

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