India News (इंडिया न्यूज),Pahalgam terror attack:लश्कर प्रमुख हाफिज सईद पर हमले की आशंका से पाकिस्तान चिंतित है। आईएसआई ने हाफिज सईद को सैन्य छावनी में छिपा रखा है। हाफिज एबटाबाद में आईएसआई के सुरक्षित घर में छिपा हुआ है। मुरीदके में 27 अप्रैल को होने वाला उसका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। हमले के डर से आतंकी मसूद अजहर भी अंडरग्राउंड हो गया है। आईएसआई ने मसूद अजहर को बहावलपुर में छिपा रखा है।

हाफिज सईद ने बनाया था टीआरएफ

वहीं, पहलगाम हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। इस संगठन को पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सहयोगी माना जाता है। टीआरएफ 2019 में लश्कर के एक मोर्चे के रूप में उभरा है, जो 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के पीछे का समूह है। कहा जा रहा है कि यह कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एक हथियार है। यह संगठन घाटी में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ ऑनलाइन नेटवर्क के जरिए युवाओं की भर्ती करने में शामिल रहा है। हाफिज सईद के जरिए आईएसआई इस संगठन को पाल रही है।

आतंकी मसूद अजहर कौन है?

जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के संस्थापक मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी घोषित किया है। इस आतंकवादी ने 2001 में भारतीय संसद पर हमला किया था और 2008 में 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड भी है। यह आतंकवादी 2016 में पठानकोट हमले और 2019 में पुलवामा हमले का भी मास्टरमाइंड है। उसने अपने आतंकवाद से कई बेगुनाह लोगों की जान ली है। यही वजह है कि वह भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में सबसे ऊपर है। उसे दिसंबर 1999 में अपहृत इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 (IC814) के यात्रियों को बचाने के लिए एक सौदे के तहत भारतीय अधिकारियों द्वारा रिहा किया गया था।

पाकिस्तानी चौकियों को  किया तबाह

इस बीच, पाकिस्तान ने एलओसी पर गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए एक-एक कर कई पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना ने 25 अप्रैल की रात को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर कुछ स्थानों पर पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया. इस गोलीबारी में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

 

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