India News (इंडिया न्यूज़), ISIS: ISIS ने अपनी 10वीं वर्षगांठ पर “काफिरों” के नरसंहार की घोषणा की। जिसके बाद से खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस्लामिक स्टेट के प्रवक्ता अबू हुदायफा अल-अंसारी ने सभी देशों के मुहाजिरीन यानी लड़ाकों को अपने संगठन में शामिल होने का आह्वान किया। बता दें, ISIS की स्थापना 1999 में जॉर्डन के चरमपंथी, अबू मुसाब अल-जरकावी द्वारा स्थापित की गई थीं। लेकिन 2014 में ही ISIS ने अपना नाम बदलकर इस्लामिक स्टेट कर लिया और अबू बक्र अल-बगदादी को अपना खलीफा घोषित कर दिया।

अबू हुदायफा अल-अंसारी ने क्या कहा?

इस्लामिक स्टेट के प्रवक्ता अबू हुदायफा अल-अंसारी ने एक बयान जारी कर कहा, कैसे खलीफा की स्थापना इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी और कैसे उन्होंने ISIS का विस्तार विश्व स्तर पर अफ़्रीका के मोज़ाम्बिक तक किया।

अपने भाषण में, अंसारी ने मॉस्को आतंकवादी हमले की प्रशंसा की और मुसलमानों से दुनिया भर में इस्लामिक स्टेट के सहयोगियों में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “इस्लाम अंततः दुनिया में मजबूत होगा जैसा कि पैगंबर ने भविष्यवाणी की थी।” अपने 41 मिनट लंबे ऑडियो भाषण में उन्होंने अपने तथाकथित “रास्ते” से भटकने के लिए आतंकवादी संगठन अल-कायदा की भी आलोचना की।

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काफिरों को विस्फोटकों से उड़ा दिया जाए

अंसारी ने सुझाव दिया कि काफिरों को विस्फोटकों से उड़ा दिया जाए, आग लगाने वाले बमों से जला दिया जाए, गोलियों से उड़ा दिया जाए, बसों से कुचल दिया जाए और उनकी गर्दनें चाकुओं से काट दी जाएं। चूंकि उनके भाषण में ईसाइयों और यहूदियों का विशेष उल्लेख है, इसलिए एजेंसियों ने स्थानीय कानून प्रवर्तन इकाइयों से दिल्ली और मुंबई में यहूदी प्रतिष्ठानों, सामुदायिक केंद्रों/चबाड हाउसों के आसपास निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है।

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