India News (इंडिया न्यूज) Air Strikes On Yemen : इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने यमन में हौथी ठिकानों पर हवाई हमलों की पुष्टि की है, जिसमें हिज़्याज़ पावर प्लांट और रास ईसा बंदरगाह जैसे प्रमुख बुनियादी ढाँचे शामिल हैं, जो ईरान समर्थित समूह द्वारा मिसाइल और ड्रोन हमलों के प्रतिशोध में हैं। इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हौथियों और उनके ईरानी संबंधों से उत्पन्न खतरे पर जोर देते हुए निरंतर जवाबी कार्रवाई की कसम खाई। हमलों को अमेरिका और ब्रिटेन के साथ समन्वित किया गया था, जो अपनी तरह का सबसे बड़ा ऑपरेशन था। इसके अतिरिक्त, इज़राइल के रक्षा मंत्री कैट्ज़ ने चेतावनी दी कि हौथी नेताओं को इज़राइल को निशाना बनाने के लिए कोई छूट नहीं मिलेगी।

वहीं इजरायल के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में अपने अरबी भाषा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक मैप साझा किया है, जिसमें बाइबिल में शामिल प्राचीन यहूदी राज्य की सीमाओं को दिखाया गया है। इस मैप के सामने आने के बाद अरब देश भड़क गए हैं। मैप की वजह से सऊदी अरब, जॉर्डन, और अन्य अरब देशों में आक्रोश फैल गया है। अरब देशों का मानना है कि यह इजरायल की विस्तारवादी योजनाओं का संकेत है।

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क्या है ग्रेटर इजरायल प्लान?

इजरायल की तरफ से जारी किए गए ग्रेटर इजरायल मैप की बात करें तो ग्रेटर इजरायल की अवधारणा यहूदी धर्म और जायोनिस्ट आंदोलन में एक महत्वपूर्ण विचार रही है। इसके मुताबिक इसकी सीमाएं मिस्र की नील नदी से यूफ्रेट्स नदी तक और मदीना से लेबनान तक फैली हों। इसके अलावा इस योजना में मिस्र, लेबनान, इराक, सऊदी अरब, और फिलिस्तीन के साथ ही पूरा जॉर्डन शामिल है। इजरायल की तरफ से जारी किए गए मैप को सऊदी अरब ने खारिज कर दिया है। सऊदी अरब ने कहा है कि यह इजरायल की कब्जे को मजबूत करने की मंशा को दर्शाता है।

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