India News(इंडिया न्यूज), Iran Israel Conflict: भारत में इजरायल के महावाणिज्यदूत कोबी शोषानी ने शनिवार (26 अक्टूबर, 2024) को कहा कि इजरायल मध्य पूर्व में आतंकवाद और उसकी छद्म सेनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि इजरायल ने हाल ही में ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं। कोबी शोषानी ने स्पष्ट किया कि इजरायली सेना केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बना रही है, जबकि उसके दुश्मन नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहे हैं।
हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोग सबसे बड़ी चुनौती
कोबी शोषानी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि इस समय इजरायल की सबसे बड़ी चुनौती हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोग हैं। उन्होंने कहा, “हम इसे लेकर चिंतित हैं, इजरायल के कुछ मित्र इस समस्या का समाधान खोजने के लिए हमास से बातचीत कर रहे हैं। हमारी कुछ शर्तें हैं, जिनमें से एक यह है कि हमास के पास कोई सैन्य क्षमता नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल चाहता है कि लेबनान में एक सुरक्षा क्षेत्र स्थापित किया जाए, जहां से हिजबुल्लाह हट जाए और उस देश की सेना तैनात हो।
ईरान पर हुए ताजा हमलों के बारे में कोबी शोषानी ने कही ये बात
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। जिसके जवाब में इजरायल ने ईरान पर 26 अक्टूबर को हमला कर दिया। इस पर चर्चा करते हुए भारत में इजरायल के महावाणिज्यदूत कोबी शोषानी ने कहा कि, इनके नतीजे जल्द ही देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा, “संदेश बहुत स्पष्ट है, हमारी विश्वसनीयता के साथ खिलवाड़ न करें। इजरायल मध्य पूर्व के किसी भी हिस्से में चाहे वह पास हो या दूर, सटीकता के साथ लक्ष्य को भेद सकता है।” महावाणिज्यदूत ने कहा कि इजराइल का उद्देश्य मध्य पूर्व में सुरक्षा और शांति बनाए रखना है। इस बारे में उन्होंने कहा कि, “यही हमारे और हमारे दुश्मनों के बीच का अंतर है। हमने केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है, नागरिकों को नहीं।
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ऑपरेशन बेहद सटीक था
यह ऑपरेशन बेहद सटीक था और केवल ईरान में सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया गया। हमारे विचार से, ईरान के साथ यह मामला अब खत्म हो चुका है और हमें उम्मीद है कि वे बदला लेने की गलती नहीं करेंगे।” शोषानी ने आगे कहा कि, पिछले एक साल से इजराइल ईरान और उसके छद्म बलों की ओर से आतंकवादी हमलों का सामना कर रहा है। इसमें गाजा, हौथी विद्रोही, यमन और अन्य छद्म समूह शामिल हैं। इजराइल का लक्ष्य स्पष्ट है, मध्य पूर्व में शांति और सुरक्षा स्थापित करना।