India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: इजरायल हमास के बीच चल रहे युद्ध में कुछ देश का योगदान स्पष्ट रहा है। वहीं ईरान और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 50 मिनट की फोन कॉल को लेकर इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के साथ मास्को के करीबी संबंधों की आलोचना की है। जिसोको लेकर नेतन्याहू ने एक आधिकारिक बयान नें अनुसार, नेतन्याहू ने पुतिन के प्रति अपनी “कड़ी नाराजगी” व्यक्त की।

नतन्याहू ने व्यक्त की नाराजगी

जानकारी के लिए बता दें कि, पीएम नेतन्याहू ने राष्ट्रपति पुतिन से बात की और संयुक्त राष्ट्र में रूसी दूतों द्वारा उठाए गए “इजरायल विरोधी रुख” पर अत्यधिक “नाराजगी” व्यक्त की। 50 मिनट की यह फोन कॉल रूस द्वारा गाजा में युद्धविराम के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का समर्थन करने के बाद हुई, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका ने वीटो कर दिया था।

पुतिन ने की हमले की निंदा

इसके साथ ही बता दें कि, पुतिन से बात करते हुए, इजरायली नेता ने ईरान के साथ रूस के “खतरनाक” सहयोग पर अपनी “कड़ी अस्वीकृति” भी व्यक्त की।
रूस ने 7 अक्टूबर को हुए इज़राइल पर हमास के हमले की निंदा की है। ईरान और हमास जैसे समूहों के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों के बावजूद, मास्को नागरिकों की पीड़ा को कम करने और संघर्ष को कम करने के लिए हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, “व्लादिमीर पुतिन ने आतंकवाद को उसके सभी रूपों में खारिज करने और निंदा करने की सैद्धांतिक स्थिति की पुष्टि की। साथ ही, यह बेहद महत्वपूर्ण है कि आतंकवादी खतरों का मुकाबला करने से नागरिक आबादी के लिए इतने गंभीर परिणाम न हों।”

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