India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: इजरायल हमास के बीच चल रह जंग के कारण पूरी दुनिया परेशान है। वहीं जंग को एक महीने से भी ज्यादा हो गए है। लेकिन अभी तक इसके खत्म होने के असार नहीं दिख रहे है। जानकारी के लिए बता दें कि, कई दिनों से गाजा के मुहाने पर खड़ी इजरायली फोर्स आईडीएफ ने ग्राउंड लेवल पर हमले तेज कर दिए हैं। जिसके बाद बुधवार को खबर आई कि, सेना ने शहर के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा पर हमला कर वहां चल रहे संदिग्ध हमास कमांड सेंटर को भी ध्वस्त कर दिया है।
यूएन की चेतावनी
इजरायल के इस भयावह रुप के बाद यूएन ने इजरायल को कड़ी चेतावनी दी है कि, सारी सप्लाई लाइन काटने के बाद गाजा में हालात बद से बदतर हो गए हैं। उसने दोनों पक्षों से युद्ध विराम करने की अपील की है। वहीं यूएन की रेस्क्यू ऑपरेशन एजेंसी ने कहा कि, बीते 7 अक्टूबर से इजरायल ने गाजा में फ्यूल सप्लाई पर पाबंदी लगा रखी है जिसके बाद हालात बेहद खराब हो गए है। करीब 20 लाख से ज्यादा लोग गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के लिए चीख रहे हैं।
यूएन की बातें
जानकारी के लिए बता दें कि, इस मामले में यूएन की ओर से फिलिप लेज़ारिनी ने कहा, “UNRWA ने तीन सप्ताह पहले ईंधन की स्थिति पर खतरे की घंटी बजाई थी, इसकी तेजी से घटती आपूर्ति और लाइफ सेविंग ऑपरेशन पर प्रभाव के बारे में चेतावनी दी थी। तब से, हम गाजा पट्टी के अंदर एक डिपो में पहले से मौजूद फ्यूल को बेहद संभलकर खर्च कर रहे थे। लेकिन अब उसने भी दम तोड़ दिया है। अब स्थिति इतनी भयावह है कि फ्यूल न होने की वजह से कई लोगों के मरने की आशंका बढ़ गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “यह सोच से भी परे है कि लाइफ सेविंग ऑपरेशन को जारी रखने के लिए ह्यूमेनिटेरियन एजेंसियों को फ्यूल के लिए भीख मांगनी पड़ रही है। जंग की शुरुआत के बाद फ्यूल को एक हथियार बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है।
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