India News (इंडिया न्यूज), Israel Hezbollah War: हिजबुल्लाह के साथ लंबे समय से चल रहे युद्ध के बीच 27 नवंबर (बुधवार) को लागू किए गए संघर्ष विराम के बाद इजरायल ने लेबनान में अपना सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। 2 दिसंबर (सोमवार) को इजरायली लड़ाकू विमानों ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर कई मिसाइलें दागीं। जिससे करीब 11 लोगों की मौत हो गई है। उल्लेखनीय है कि, इजरायल की यह कार्रवाई हिजबुल्लाह द्वारा लेबनान से इजरायल पर मोर्टार दागे जाने के बाद की गई है। 27 नवंबर (बुधवार) को लागू किए गए 60 दिनों के संघर्ष विराम की घोषणा के बाद हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर मोर्टार दागे जाने का यह पहला मामला था। वहीं, अब इन दोनों देशों के बीच लागू संघर्ष विराम के जारी रहने को लेकर संदेह पैदा होने लगा है।

इजरायल संघर्ष विराम का नहीं कर रहा पालन

इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने एक बयान जारी कर कहा कि, इजरायली लड़ाकू विमानों ने लेबनान में हिजबुल्लाह के गुर्गों, दर्जनों रॉकेट लांचरों और आतंकवादी समूह से जुड़ी कई सुविधाओं पर भीषण हमला किया। इससे पहले सोमवार (2 दिसंबर) को हिजबुल्लाह ने दावा किया था कि इजरायल द्वारा बार-बार संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करने के बाद उसने जवाबी कार्रवाई में मोर्टार दागे थे और इसे संघर्ष विराम के दौरान लेबनान में आईडीएफ पर हमलों के खिलाफ एक प्रारंभिक चेतावनी बताया था।

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आईडीएफ ने हमले में हिजबुल्लाह के लांचर को निशाना बनाया

आईडीएफ ने कहा कि, हिजबुल्लाह की सुविधाओं के अलावा माउंट डोव पर दो मोर्टार दागने के लिए इस्तेमाल किए गए लांचर को भी लड़ाकू विमानों के हमले में निशाना बनाया गया था। आईडीएफ ने कहा कि इजरायल की एकमात्र मांग यह है कि लेबनान में संबंधित पक्ष अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करे और लेबनान क्षेत्र में हिजबुल्लाह की गतिविधियों को रोके। इजरायल लेबनान में संघर्ष विराम समझौते की शर्तों को पूरा करने के लिए बाध्य है। इजरायल और लेबनान के बीच चल रहे संघर्ष विराम के बीच अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में कैद इजरायली बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग की है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘अगर जनवरी में उनके शपथ ग्रहण से पहले बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’

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