जब भी हिजबुल्लाह हमला करता है, तो उत्तरी इजरायल में तबाही मचाता है। हिजबुल्लाह के रॉकेट लॉन्च साइट्स उत्तरी इजरायल की सीमा के दूसरी तरफ हैं। वह इन लॉन्च पैड्स से रॉकेट दागता है। यही वजह है कि ऑपरेशन नॉर्दर्न एरो के तहत हिजबुल्लाह और उसकी सैन्य शक्ति को तबाह किया जा रहा है। ताकि उत्तरी इजरायल पर मंडरा रहे विनाश के बड़े खतरे को हमेशा के लिए खत्म किया जा सके।
आईडीएफ हमले में हिजबुल्लाह के कमांड पोस्ट, उसके ठिकाने, मिसाइल लॉन्च साइट्स, रॉकेट लॉन्च साइट्स, हथियार डिपो और रॉकेट फैक्ट्रियां तबाह हो गईं। इजरायली बमबारी में उसके 6 से ज्यादा टॉप कमांडर मारे गए। बताया जा रहा है कि हमले में उसके दक्षिणी कमांड चीफ अली कराकी की भी मौत हो गई। वह हिजबुल्लाह में तीसरे नंबर के कमांडर थे।
500 से अधिक लोगों की मौत
हालांकि, अली कराकी की मौत की अभी पुष्टि नहीं हुई है। हिजबुल्लाह ने बयान जारी कर कहा है कि कराकी न केवल जीवित है बल्कि सुरक्षित स्थान पर है। इस बीच, इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने घोषणा की है कि हिजबुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व में केवल नसरल्लाह ही बचा है, बाकी सभी मारे गए हैं। आईडीएफ के अनुसार, उसने बेरूत समेत पूरे लेबनान में 1600 से अधिक हवाई हमले किए। हवाई हमलों में 1100 से अधिक ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। हिजबुल्लाह के 800 से अधिक मिसाइल और रॉकेट लॉन्च साइट नष्ट कर दिए गए। हिजबुल्लाह के 50% रॉकेटों को जलाने के लिए ऑपरेशन नॉर्दर्न एरो चलाया गया। हमलों में 500 से अधिक लोग मारे गए। करीब 1700 लोग घायल हैं।