India News (इंडिया न्यूज), Israel-Palestine WAR:  इस्राइल और आतंकी संगठन हमास के बीच एक बार फिर से टकराव बढ़ गया है। बीते शनिवार की सुबह सबसे पहले हमास ने गाजा पट्टी से इस्राइल में रॉकेट से हमले किए। हमास के आतंकियों के द्वारा सिर्फ 20 मिनट में ही इस्राइल में 5000 मिसाइलें दाग दी गई। इस्राइली के शहरों को निशाना बनाया गया। इस हमले में कई लोगों की मृत्यु हो गई। जिसके बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक्टिव मोड आए और उन्होंने कहा कि “हमास के लड़ाकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।” साथ ही उन्होंने इसे युद्ध अपराध करार भी दे दिया है। वहीं इस्राइल की जवाबी कार्रवाई में अब तक 200 से अधिक फिलिस्ताीनीयों के मारे जाने सुचना मिली।

पहले भी हो चुका फिलिस्तीन का नुकसान

बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, कई बार इस्राइल और फिलिस्तीन आमने-सामने आ चुके हैं और पहले भी कई बार इन दोनों देशों के बीच टकराव होता रहा है। टकराव के कारण सैकड़ों लोगों की जान भी गई है। आंकड़ों की अगर बात की जाए तो, इस्राइल और हमास जब भी आमने-सामने आए हैं, तब-तब नुकसान फिलिस्तीन का ही हुआ है। या कहें सिर्फ नुकसान ही नहीं, बल्कि भारी नुकसान हुआ है। तो चलिए देखते हैं इन आकड़ो को…

बता दें ये आंकड़े साल 2008 से साल 2020 तक के हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, पिछले 13 साल में दोनों देशों के बीच हुई लड़ाई में कुल 1.25,873 लोगों की मौत/घायल हुए हैं। 1,25,873 मृतकों/घायलों में से 5,887 मृतक/घायल इस्राइली नागरिक हैं तो वहीं, 1,19,986 मृतक/घायल फिलिस्तीनी नागरिक हैं।

इस बार के लड़ाई की क्या है वजह

हमास के प्रवक्ता खालिद कादोमी ने एक समाचार वेबसाइट अल जजीरा को बताते हुए कहा कि यह हमला उन सभी अत्याचारों के जवाब में दिया गया है जो फिलिस्तीनी नागरिक दशकों से सहते आ रहे हैं। हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाजा में अत्याचार रुके और फिलिस्तीनी लोगों पर अत्याचार बंद हो। आगे कहते हैं कि अल-अक्सा जैसे हमारे पवित्र स्थल को अतिक्रमण से मुक्त किया जाए। इसके साथ ही हमास ने टेलीग्राम पर किए एक पोस्ट में अरब और इस्लामिक देशों से इस लड़ाई में साथ देने का भी अह्वान किया है।

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