India News (इंडिया न्यूज), Israel Wildfires: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में एक तरफ जहां हमास को लेकर देश सतर्क है, वहीं दूसरी तरफ भीषण आग ने देश को नए संकट में धकेल दिया है। यरुशलम के पश्चिमी इलाकों में लगी इस आग ने इजराइल को राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति में डाल दिया है। कोई आतंकी हमला नहीं हुआ, न ही किसी उग्रवादी संगठन ने कोई कार्रवाई की, लेकिन आग इतनी भयानक है कि इजराइल को अंतरराष्ट्रीय मदद लेनी पड़ी है। बुधवार को जब इजराइल में स्वतंत्रता दिवस और मेमोरियल डे मनाया जा रहा था, तभी यरुशलम के आसपास के जंगलों में अचानक भीषण आग लग गई।

देश का सबसे बड़ा हाईवे हुआ प्रभावित

बताया जा रहा है कि, इस आग ने तेजी से कई इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया, जिसकी वजह से सड़कें बंद करनी पड़ीं और छह से ज्यादा शहरों को खाली कराना पड़ा। सबसे अहम बात यह रही कि यह आग तेल अवीव और यरुशलम को जोड़ने वाले रूट 1 पर फैल गई, जिसकी वजह से देश का सबसे बड़ा हाईवे भी प्रभावित हुआ। हालात इतने बिगड़ गए कि इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज को आगे आकर कहना पड़ा कि हम राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति में हैं और हमें सभी संसाधन जुटाकर इस संकट से निपटना है।

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120 दमकल टीमें और 12 विमान किए गए तैनात

इजराइल की अग्निशमन एवं बचाव सेवाओं के अनुसार, आग पर काबू पाने के लिए 120 दमकल टीमें और 12 विमान तैनात किए गए हैं, लेकिन तेज हवाओं और शुष्क मौसम के कारण आग की लपटें और धुआं तेजी से फैल रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग धुएं के बीच हाईवे पर चलने को मजबूर हैं। अब तक सात लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत मध्यम और बाकी की हालत हल्की बताई जा रही है। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी की जान नहीं गई है, लेकिन हालात को देखते हुए खतरा बरकरार है।

क्या कह रहे विशेषज्ञ?

विशेषज्ञों का कहना है कि यह आग उसी जगह फैली है, जहां पिछले सप्ताह आग लगी थी, जिससे यह संदेह गहरा गया है कि यह आग प्राकृतिक है या किसी लापरवाही का नतीजा। प्रशासन ने इस दिशा में जांच शुरू कर दी है। वहीं नेतन्याहू सरकार पर फिर सवाल उठ रहे हैं कि जब सीमाओं पर पहले से ही तनाव है, तो ऐसी आपदा से निपटने के लिए पहले से तैयारी क्यों नहीं की गई। इस घटना ने दिखा दिया है कि इजराइल जैसे तकनीकी और सैन्य रूप से मजबूत देश को भी प्रकृति के आगे झुकना पड़ता है। इस समय इजरायल अंतरराष्ट्रीय मदद की बाट जोह रहा है और दुनिया की निगाहें एक बार फिर हर तरफ से संकटों से घिरते जा रहे इस देश पर टिकी हैं।

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