India News (इंडिया न्यूज), Flood in Pok: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान डरा हुआ है। कई पाकिस्तानी मंत्रियों ने अपने परिवारों को विदेश भेज दिया है। इसकी वजह यह भी है कि पाकिस्तान इस समय कई मोर्चों पर झटके झेल रहा है। एक तरफ भारत ने पाकिस्तान को लेकर कई कड़े फैसले लिए हैं, वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी देश पर कुदरत की मार पड़ने वाली है। कश्मीर में भारी बारिश के चलते पीओके में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
चिनाब नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में भारी बारिश के बाद शुक्रवार 2 मई को चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे पाकिस्तान के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 1-6 मई के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान बिजली गिरने और तेज हवाएं (40-60 किलोमीटर प्रति घंटे) चलने का भी अनुमान जताया गया है।
भारत ने झेलम नदी से पानी छोड़ा था
पिछले महीने (26 अप्रैल 2025) भारत ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद के हट्टिन बाला इलाके में झेलम नदी में पानी छोड़ा था। इसके चलते मुजफ्फराबाद प्रशासन ने जल आपातकाल घोषित कर दिया था। झेलम नदी में पानी छोड़े जाने के कारण मुजफ्फराबाद में अचानक भीषण बाढ़ आ गई थी। उरी के चकोठी में अनंतनाग जिले से पानी घुसने के कारण झेलम नदी में अचानक भीषण बाढ़ आ गई थी, जिससे स्थानीय लोगों में डर और दहशत फैल गई थी।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने समेत कई बड़े फैसले लिए हैं। पाकिस्तान इस समय इतना डरा हुआ है कि वह भारत से बचने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के सामने गुहार लगा रहा है। भारत ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर को निशाना बनाकर जारी सीमा पार आतंकवाद सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों में बाधा डालता है। 1960 में हस्ताक्षरित इस संधि के तहत पूर्वी नदियाँ सतलुज, व्यास और रावी भारत को तथा पश्चिमी नदियाँ सिंधु, झेलम और चिनाब पाकिस्तान को आवंटित की गईं।