India News (इंडिया न्यूज), Jews Genocide: इजरायल की सेना के हमलों से गाजा और लेबनान में हिजबुल्लाह और हमास के लड़ाकों के अलावा सबसे अधिक छोटे बच्चों की मौत हो रही है। जो मानवता के अंतिम दौर की एक अलग ही कहानी को लिख रहा है। इससे पहले भी एक बार ऐसा ही हुआ था, जब जर्मनी में यहूदियों के लाखों बच्चों को तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने मरवा दिया था। दरअसल, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहूदी नरसंहार इतिहास के पन्नों के सबसे काले अध्यायों में से एक है। एडोल्फ हिटलर के नेतृत्व में नाजी जर्मनी ने लाखों निर्दोष यहूदियों को मार डाला, जिसमें करीब 15 लाख बच्चे भी शामिल थे। इस नरसंहार ने मानवता को झकझोर कर रख दिया था।

नाजी कैंपों में यहूदियों को दी गई दर्दनाक मौत

बता दें कि, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर ने यहूदियों के लिए कैंप बनवाए थे। वहां यहूदियों के साथ जो हुआ उसे सुनकर रूह कांप जाती है। दरअसल, नाजी जर्मनी ने यहूदियों को कैद करके मारने के लिए खास कैंप बनवाए थे। इन कैंपों को कंसंट्रेशन कैंप कहा जाता था। इन कैंपों में कैदियों को अमानवीय परिस्थितियों में रखा जाता था। उन्हें भूखा रखा जाता था, पीटा जाता था और प्रताड़ित किया जाता था। साथ ही इन कैंपों में गैस चैंबर बनाए गए थे, जहां एक साथ बड़ी संख्या में लोगों को मारा जाता था। जहरीली गैस छोड़कर लोगों का दम घोंटकर उन्हें मारा जाता था। इसके अलावा कैदियों को कई तरह की शारीरिक यातनाएं दी जाती थीं। उन्हें पीटा जाता था, बिजली के झटके दिए जाते थे और उन पर क्रूर प्रयोग किए जाते थे।

कत्लेआम करवाने वाले लॉरेंस बिश्नोई को पुलिस ने क्यों दिया सुरक्षा कवच, सलाखों के पीछे से कैसे फैला रहा आतंक?

नरसंहार में लाखों बच्चों को मार दिया गया

गौरतलब है कि, नाजी शासन ने बच्चों को भी नहीं बख्शा। लाखों यहूदी बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करके शिविरों में भेज दिया गया। इन बच्चों के साथ भी वयस्कों के जैसा व्यव्हार करते हुए प्रताड़ित किया गया और मार दिया गया। बच्चों को अक्सर प्रयोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता था या उन्हें भूख से मरने दिया जाता था। दरअसल, हिटलर का मानना ​​था कि यहूदी जर्मन लोगों के लिए खतरा हैं। उसने जर्मनी की सभी समस्याओं के लिए यहूदियों को दोषी ठहराया। नाजी विचारधारा में यहूदियों को एक निम्न जाति के रूप में देखा जाता था और उन्हें खत्म करने का आह्वान किया जाता था।

भारत से पंगा लेने के मुड़ में यूनुस सरकार, विदेश मंत्रालय ने हिंदुओं के लिए उठाई आवाज तो भड़क गई इस्लामी बांग्लादेशी सरकार