India News (इंडिया न्यूज), Justin Trudeau Resignation: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने कर्मों का फल भुगत रहे हैं। हाल ही में खबरें आई हैं कि अपने ही देश और पार्टी से नाराजगी झेल रहे ट्रूडो इस्तीफा देने का फैसला कर चुके हैं और आज ही ऐलान कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के पद छोड़ने की खबर ने दुनिया को हिलाकर रख दिया है। हालांकि, इस इस्तीफे के कयास काफी पहले से ही लगाए जा रहे थे। आगे जानें वो कौन से 3 बड़े कारण हैं, जिनकी वजह से ट्रूडो की ऐसी हालत हुई है। दिलचस्प बात ये भी है कि ट्रूडो के हालातों के पीछे ट्रंप का सबसे बड़ा हाथ है।

कहां से हुई अंत की शुरुआत?

ट्रूडो ने सबसे पहले तो खालिस्तानियों का सपोर्ट करने के चक्कर में भारत से दुश्मनी मोल लेली। ट्रूडो ने आतंकी निज्जर हत्याकांड में भारतीय एजेंसियों के शामिल होने का आरोप लगाया। इसमें को कभी भी कोई सबूत पेश नहीं कर पाए लेकिन बेबुनियाद बातें लगातार करते रहे। कनाडा में हिंदुओं पर हमले और मंदिरों में तोड़फोड़ जैसी एंटी-इंडिया हिंसा को ट्रूडो ने चुपचाप देखा। यहीं से ट्रूडो के खिलाफ उन्हीं के देश के लोगों में अविश्वास पैदा हो गया।

पिद्दी निकले खूंखार किम जोंग उन के योद्धा, हथियार देखते ही याद आ जाती है नानी, कर देते हैं ये 2 बड़े कांड

अपनों ने कैसे दिखाया आईना?

इसके अलावा ट्रूडो को अपनी ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा। खालिस्तानियों के सबसे बड़े सपोर्टर बन चुके ट्रूडो की हरकतें उनकी पार्टी के लोगों को कतई पसंद नहीं आ रही थीं। उनके कई सांसदों ने ही खुलकर प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांग लिया था। लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा में उनकी लोकप्रियता गिरी और बजट से पहले 3 मंत्रियों ने इस्तीफा तक दे दिया।

Trump ने कैसे कर डाली बेइज्जती?

इन सबके बीच अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी खेल कर डाला। उन्होंने चुनाव जीतते ही ऐलान कर दिया कि वो कनाडा और मैक्सिको से आने वाली चीजों पर 25% का टैरिफ लगाएंगे। इससे घबराकर जब ट्रूडो, ट्रंप से रियायत की रिक्वेस्ट लेकर मिलने पहुंचे तो ट्रंप ने उनका गंदा मजाक उड़ा डाला। ट्रंप ने यहां तक कह दिया कि अगर आपसे नहीं संभाला जा रहा है तो कनाडा को अमेरिका का हिस्सा बना दो।

इस देश के प्रधानमंत्री बन गए Meme मैटेरियल, करियर पर दाग…गंदी बेइज्जती, भारत से पंगा लेने की ऐसी सजा?

इन 3 बड़ी गलतियों की वजह से ऐसी नौबत आ गई है कि ट्रूडो को अब इस्तीफा देना पड़ रहा है। हालांकि, अभी तक रेजिग्नेशन के मामले में कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है।