इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : पाकिस्तान खालिस्तान मूवमेंट को भड़काने की पुरजोर प्रयास कर रहा है। अब ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न में एक हिंदू मंदिर को निशाना बनाते हुए कथित तौर पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया। साथ ही मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे भी लिखे।

इतना ही नहीं, खालिस्तानियों ने मंदिर में तोड़फोड़ का वीडियो भी बनाया और इसे वायरल कर दिया। अगले दिन जब मंदिर की दीवारों पर आपत्तिजनक नारे दिखे तो हिंदू समुदाय ने स्थानीय पुलिस में इसकी जानकारी देते हुए औपचारिक रूप से इसपर शिकायत दर्ज कराई।

दीवारों पर लिखा हिंदुस्‍तान मुर्दाबाद

रिपोर्ट में कहा गया है कि 11 जनवरी 2023 की शाम को कुछ लोगों ने मेलबर्न के उत्तरी उपनगर मिल पार्क में BAPS स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’, ‘मोदी हिटलर है’ और ‘भिंडरावाले जिंदाबाद’ जैसे नारे लिखे।

जानकारी दें, जरनैल सिंह भिंडरांवाले एक खूँखार खालिस्तानी आतंकी था। वह 20,000 से अधिक हिंदू और सिखों की हत्या के लिए जिम्मेवार था। हालाँकि, अलगाववादी खालिस्तानी भिंडरांवाले को संत बताकर पर उसका महिमामंडन करते रहते हैं।

खालिस्‍तान समर्थकों से डर

एक स्थानीय व्यक्ति ने ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया, “जब मैं आज सुबह मंदिर पहुँचा तो देखा कि दीवारें हिंदुओं के प्रति खालिस्तानी नफरत से भरे नारों रंगी हुई थीं।” उसने आगे बताया, “खालिस्तान समर्थकों द्वारा शांतिपूर्ण हिंदू समुदाय के प्रति धार्मिक घृणा के खुलेआम प्रदर्शन से मैं गुस्सा, डरा हुआ और निराश हूँ।”

इस मामले पर स्वामीनारायण मंदिर ने कहा, “हम बर्बरता और नफरत के इन कृत्यों से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। BAPS हमेशा सभी धर्मों और लोगों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और संवाद के लिए प्रतिबद्ध रहा है। हमने अधिकारियों को अवगत करा दिया है और उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं। हम शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना करते हैं।”

बहुत ही गंभीर मसला

वहीँ, हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य के अध्यक्ष मकरंद भागवत ने हमले की निंदा की और कहा कि पूजास्थलों के खिलाफ किसी भी तरह की नफरत और तोड़फोड़ स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा, “इस तरह की गतिविधि विक्टोरिया के नस्लीय और धार्मिक सहिष्णुता अधिनियम का उल्लंघन है। हम अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए विक्टोरिया पुलिस और प्रीमियर डैन एंड्रयूज से माँग करते हैं।”

इस घटना की मेरलबॉर्न सहित ऑस्ट्रेलिया के हिंदू समुदाय ने निंदा ने की है। केरल हिंदू सोसाइटी मेलबर्न ने एक बयान जारी कर हमले और नफरत की कड़े शब्दों में निंदा की। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की विश्व हिंदू परिषद ने इसे ‘रणनीतिक रूप से लक्षित हमला’ बताते हुए इसकी निंदा की।