India News (इंडिया न्यूज), Kim Jong Un Luxury Train : आज के समय में अगर हम सनकी शासकों की बात करें तो इस सूची में सबसे ऊपर नाम उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन का ही आएगा। किम जोंग उन अपनी अजीबोगरीब आदतों और सनकी दिमाग के लिए जाने जाते हैं। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि ऐसा दावा किया गया है कि हाल में उत्तर कोरिया में आई घातक बाढ़ में काफी लोगों की मौत हो गई। इश बात से गुस्साए किम ने अपने 30 अधिकारियों को फांसी पर लटका दिया। वैसे किम अपनी लग्जरी लाइफ के लिए भी काफी फैमस हैं। इसमें उनकी स्पेशल ट्रेन भी शामिल है। किम जोंग कहीं भी जाते हैं तो इसी ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। उनको अपने पिता की ही तरह हवाई यात्रा करने से डर लगता है। उत्तर कोरिया के शासक रहे उनके पिता किम जोंग इल दादा किम इल सुंग और दादा किम इल सुंग भी ट्रेन से ही यात्राएं करना पसंद करते थे। किम जोंग की ट्रेन को चाक-चौबंद सुरक्षा के कारण चलता-फिरता किला भी कहा जाता है।

ट्रेन में रहती हैं युवा चीयरलीडर्स

रूस के एक पूर्व अधिकारी कांस्टेटिन पुलिकोव्स्की ने किम जोंग उन की इस शाही ट्रेन को लेकर ‘ओरिएंट एक्सप्रेस’ नाम से एक किताब लिखी है। उस किताब के मुताबिक ट्रेन में यात्रियों का मनोरंजन करने के लिए युवा चीयरलीडर्स रहती हैं, जिन्हें प्लेजर ब्रिगेड के तौर पर भी जाना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इसके लिए पूरे उत्‍तर कोरिया से खूबसूरत लड़कियां छांटी जाती हैं। लेकिन इसमें शामिल होने के लिए इन लड़कियों को वर्जिन होना चाहिए। आवेदन करने वाली लड़कियों की पहले डॉक्टर्स की एक टीम जांच करती है। प्‍लेजर ब्रिगेड में शामिल लड़कियों को मोटी सैलरी दी जाती है।

इनका काम ट्रेन में किम जोंग उन की खातिरदारी करना है। इन्हें सैलरी में 3000 डॉलर से ज्यादा की रकम मिलती है। वहीं, पश्चिमी मीडिया इन लड़कियों को किम जोंग उन की सेक्स स्लेव कहता है।

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ट्रेन की सिक्योरिटी

2009 में दक्षिण कोरियाई अखबार चोसुन इल्बो नेखुफिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए एक लेख प्रकाशित किया था। इस लेख में बताया गया था कि इस ट्रेन में 90 बोगियां हैं। ट्रेन में किम जोंग की मर्सिडीज कारें भी साथ ले जाई जाती हैं। इस ट्रेन को बिना रुके सफर पूरा करने के लिए दूसरी ट्रेनों को रोक दिया जाता है। ट्रेन के साथ वायुसेना के मालवाही विमान और एमआई-17 हेलिकॉप्टर की सेवाएं भी ली जाती हैं। ट्रेन के अगल-बगल या आगे- पीछे तीन हाईसिक्योरिटी ट्रेन चलती हैं।

लेख में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि शाही ट्रेन की रफ्तार बेहद कम है। बताया जाता है कि ये ट्रेन 40-50 किमी प्रति घंटा से ज्यादा रफ्तार नहीं पकड़ पाती है। हालांकि, इसकी अधिकतम स्‍पीड 60 किमी प्रति घंटा है। धीमी स्पीड के लिए ट्रेन के जरूरत से ज्यादा वजन को जिम्‍मेदार माना जाता है। ये ज्‍यादा वजन ट्रेन पर लगाए गए अतिरिक्त कवच के कारण होता है। ये लग्जरी ट्रेन किम फैमिली को सोवियत संघ के शासक रहे स्‍टालिन ने गिफ्ट की थी।

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