India News (इंडिया न्यूज), kuwait Pakistani Beggars : अमेरिका में तेजी से प्रवासियों को देश से बाहर करने को लेकर ट्रंप सरकार एक्शन में है। अब तक कई भारतीयों को भी डिपोर्ट किया जा चुका है। अमेरिका को देख पाकिस्तान ने भी अफगान लोगों को देश छोड़ने का अल्टीमेटम दे दिया है।
कुवैत के आंतरिक मंत्रालय ने रमाजन के पवित्र महीन के दौरान भीख मांगते हुए पकड़े जाने वाले किसी भी प्रवासी को वापस उसके देश भेजने की बात कही थी। उस बयान के बाद कुवैत सरकार भीख मांगने वालो के खिलाफ सख्त हो गई है। रमजान में कुवैत सरकार की तरफ से जांच की गई, जिसमें 11 भिखारियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी प्रवासी हैं।
बता दें कि गल्फ देशों में हाल के समय में भीख मांगने वालों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। इसी वजह से अक्सर मस्जिदों के बाहर भीख मांगने पर पुलिस कार्रवाई करती है। भीख मांगने में पाकिस्तानी सबसे आगे हैं। इसी वजह से कई देशों ने इनके आने पर रोक लगा रखी है।
भीख मांगने वालों पर शुरू हुई कानूनी कार्रवाई
खबरों के मुताबिक यूएई, सऊदी अरब, तकर और कुवैत में गिरफ्तार किए गए भिखाड़ियों में 90 फीसदी पाकिस्तानी नागरीक हैं। इसकी वजह से ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि गिरफ्तार हुए भिखारियों में से अधिकतर पाकिस्तानी नागरीक ही होंगे। वहीं गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तार भिखाड़ियों में 8 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं, जो अरब और एशिया के रहने वाले हैं। आंतरिक मंत्रालय की जनरल डिपार्टमेंट ऑफ सिक्योरिटी रिलेशन एंड मीडिया ने इसे लेकर बयान भी जारी कर दिया है।
कुवैती अधिकरियों के मुताबिक इनमें से कई लोग विजिट वीजा और फैमिली रेजिडेंस वीजा पर कुवैत आए थे। आरोपियों के साथ-साथ उन कंपनियों की जांच की जा रही है, जो विजिट वीजा पर प्रवासियों को नौकरी प्रदान कर रहे हैं। भिखारियों को पकड़ने के लिए रमजान के पवित्र महीन के दौरान दस्ते तैनात किए हैं।
अरब देशों में पाकिस्तानी भिखारियों की बढ़ती तादात
भीख मांगने के मुद्दे पर पाकिस्तान की सीनेट की एक कमेटी ने खुद कबूला किया था कि (यूएई, सऊदी अरब, कतर और कुवैत जैसे गल्फ देशों में काम कर रहे पाकिस्तानियों की भीख मांगने की शिकायतें आई है। इसी वजह से खाड़ी के कई देश इसे लेकर पाकिस्तान सरकार से शिकायत कर चुके हैं।