India News (इंडिया न्यूज), Lungs of the Earth: धरती पर सबसे सुंदर कोई चीज या जगह है तो वो है प्रकृति। जिसको समय के साथ मानव जाति खत्म करने में लगी हुई है। आधुनिकता का ऐसा दौर चला है कि इंसानों ने जैसे भविष्य की चिंता छोड़ते हुए प्रकृति को नाश करने की ठान ली हो। वहीं प्रकृति का सबसे खूबसूरत नजारा दक्षिण अमेरिका में फैले हुए अमेज़न के जंगल में दिखता हैं। यह जंगल धरती के सबसे बड़े वर्षावनों में से एक है। इसे धरती के फेफड़े के तौर पर भी जाना जाता है। जिसके पीछे की वजह भी बेहद खास है। दरअसल, वातावरण में ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखने में खास भूमिका निभाने वाले अमेज़न के जंगल सिर्फ एक जंगल ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए बेहद अहम हैं। आइए जानते हैं कि अमेज़न के जंगल को ऐसा क्यों कहा जाता है।
धरती का फेफड़ा क्यों कहा जाता है?
बता दें कि, अमेज़न के वर्षावन लगभग 5.5 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं, यह जंगल दुनिया में जैव विविधता के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है। इस क्षेत्र में 400 बिलियन से ज़्यादा पेड़ हैं और यहां 10 मिलियन से ज़्यादा जीवों की प्रजातियां रहती हैं। जिनमें पक्षी, जानवर और कीड़े-मकोड़े शामिल हैं। इसके अलावा अमेज़न के जंगल धरती पर एक खास पारिस्थितिकी तंत्र की तरह काम करते हैं, जो जलवायु को स्थिर रखने में मदद करता है। अमेज़न के जंगल को धरती के फेफड़े इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह विशाल क्षेत्र वातावरण में ऑक्सीजन पैदा करता है और कार्बन डाइऑक्साइड को सोखता है। ठीक वैसे ही जैसे हमारे शरीर के फेफड़े करते हैं।
अमेज़न के जंगल ऑक्सीजन उत्पादन में निभाते हैं बड़ी भूमिका
बता दें कि, यह प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से होती है, जिसमें पेड़-पौधे सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेज़न के जंगल वैश्विक वातावरण में मौजूद ऑक्सीजन का 20% तक उत्पादन करने में सक्षम हैं। इसके साथ ही यह जंगल बारिश के पानी को सोखता है और फिर उसे वातावरण में छोड़ देता है। इस जंगल में ऐसे जानवर पाए जाते हैं जिनके बारे में वैज्ञानिक अब तक पता नहीं लगा पाए हैं। हालांकि, हर दिन बढ़ते वनों की कटाई और आग के कारण इस समय अमेज़न के जंगल भी खतरे में हैं।