दिल्ली (Pakistan politics): हमारे यहां एक कहावत है, ‘कंगाली में आटा गिला’ पर बाढ़ के पानी और आतंक परस्त नीतियों ने पाकिस्तान को ऐसा गिला किया है कि उसको आटा तक नसीब नहीं हो रहा। कंगाली के बाद एक और मुसीबत पाकिस्तान के सामने खड़ी दिखाई दे रही है। पाकिस्तान की सरकार में बैठे शहबाज शरीफ के खिलाफ उनके परिवार ने मोर्चा खोल दिया है। वैसे पाकिस्तान का इतिहास राजनीतिक संकटों से भरा पड़ा हैं जहां एक व्यक्ति दूसरे का तख्तापलट कर सत्ता पर बैठता है। लेकिन आर्थिक मुसीबत में फंसे पाकिस्तान में इस राजनीतिक संकट से और मुसीबत आने की संभावना है।

भतीजी मरियम ने अपने चाचा शहबाज शरीफ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मरियम नवाज ने हाल ही में पेश हुए मिनी बजट के बाद कहा, “नौ दलों की यह गठबंधन सरकार हमारी सरकार नहीं है, हमारी सरकार नवाज शरीफ की होगी।” राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि मरियम नवाज खुद प्रधानमंत्री का सपना देख रही है इसलिए इस तरह का बयान दे रहीं है।

बजट के बाद बढ़ा विरोध

पाकिस्तान में जारी आर्थिक संकट के बीच सरकार ने संसद में मिनी बजट पेश किया इसके बाद सरकार के खिलाफ गुस्सा और बढ़ गया। चर्चाएं हैं कि मरियम खान मरियम के पति रिटायर्ड कैप्टन मोहम्मद सफदर पीएमएल-एन के अंदर शहबाज शरीफ के खिलाफ विरोध की चिंगारी को भड़का रहे है। मीडिया में यह चर्चा की वह मरियम को प्रधानमंत्री के लिए कैंपेन चला रहे हैं।

इस्तीफा देने की पेशकश

महंगाई को लेकर सरकार को जो रूख है उसको देखते हुए कई पार्टी के कई नेंताओं ने इस्तीफा देने की पेशकश की है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, पीएमएल-एन के नेता शाहिद खाकान अब्बासी, पार्टी के वरिष्ठ नेता और खैबर पख्तूनख्वाह के गवर्नर सरदार महताब अहमद खान ने इस्तीफा देने की बात कही है। सरदार महताब अहमद खान का कहना है कि पार्टी ने लोगों के मुद्दों पर आंखें बंद की हुई हैं और वह कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रही है।