India News (इंडिया न्यूज), Men and Women Naked in Village: क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में ऐसी भी जगहें हैं, जहां लोग कपड़े पहनना पसंद नहीं करते? जी हां, यह सच है! इस अनोखे गांव में सदियों से लोगों ने कपड़े पहनने की परंपरा को त्याग दिया है। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों है? क्या वो गरीब हैं या उनके पास कपड़े खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं? जवाब है, बिल्कुल नहीं! इस गांव के लोग आर्थिक रूप से काफी मजबूत हैं और उनके पास हर तरह की सुविधाएं भी हैं, लेकिन फिर भी वो बिना कपड़ों के खुश हैं। तो यहां जान लें इसके पीछे की वजह।

दुनिया का सबसे अजीबोगरीब गांव

जानकारी के अनुसार, ब्रिटेन के हर्टफोर्डशायर में स्थित स्पीलप्लात्ज़ नाम का एक गांव दुनिया में सबसे अनोखा है। इस गांव के लोग 90 सालों से भी ज़्यादा समय से एक अनोखी परंपरा का पालन कर रहे हैं, वो है- कपड़े न पहनना! आपको ये पढ़कर हैरानी हो सकती है, लेकिन ये सच है। इस गांव के लोग पढ़े-लिखे और आर्थिक रूप से संपन्न हैं। इसके बावजूद यहां बच्चे, बूढ़े, महिलाएं और पुरुष बिना कपड़ों के आराम से रहते हैं।

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सदियों से चली आ रही है ये अनोखी परंपराएं

इस गांव की खोज सबसे पहले साल 1929 में इसुल्ट रिचर्डसन नाम के एक शख्स ने की थी। उन्हें यह जगह इतनी पसंद आई कि उन्होंने यहीं बसने का फैसला कर लिया। आज इस गांव में पब, स्विमिंग पूल और क्लब भी है। यहां आने वाले हर शख्स को गांव के नियमों का पालन करना होता है। दिलचस्प बात यह है कि जब गांव के लोग शहर जाते हैं तो कपड़े पहनते हैं, लेकिन जैसे ही वो गांव लौटते हैं, वो अपनी स्वाभाविक अवस्था में आ जाते हैं। हालांकि, वो सर्दियों के मौसम में या किसी खास मौके पर कपड़े पहन सकते हैं। इस गांव के लोग इस अनोखी जीवनशैली को बड़े आराम से जीते हैं और उन्हें इसका बिल्कुल भी अफसोस नहीं है।

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इस वजह से लोग कपड़े नहीं पहनते

यह गांव अपनी अनोखी जीवनशैली के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां के लोग बिना कपड़ों के आजादी से रहते हैं। यहां आने वाले पर्यटकों को भी इस नियम का पालन करना पड़ता है। गर्मी हो या सर्दी, यहां के लोग प्रकृति के साथ एकाकार महसूस करते हैं। हालांकि, जब बहुत ठंड होती है, तो कपड़े पहनने में छूट होती है। वहीं, गांव के लोग जब बाहर जाते हैं, तो कपड़े पहनते हैं लेकिन वापस आते ही उन्हें अपने कपड़े उतारने पड़ते हैं। बुजुर्गों का मानना ​​है कि यह परंपरा उन्हें आंतरिक आजादी का एहसास कराती है।