दिल्ली (More than 16000 Died in Turkey and syria earthquake): सोमवार को तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंपों से मरने वालों की संख्या अब कम से कम 16,035 हो गई है। समाचार एजेंसी एएफपी ने यह बताया। आपदा और आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एएफएडी) के अनुसार गुरुवार को तुर्की में कम से कम 12,873 लोग मारे गए हैं वही सीरिया में कम से कम 3,162 लोग मारे गए है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि दोनों देशों में बचाव अभियान चल रहा है।

तुर्की ने मंगलवार को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की हैं। विनाशकारी भूकंप के बाद तुर्की में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया हैं। भूकंप से 13 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। सीरियाई सरकार ने कहा है कि उसने अलेप्पो, हमा, होम्स, टार्टस और लताकिया सहित सरकार-नियंत्रित क्षेत्रों में भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए सहायता आपूर्ति से सुसज्जित 100 से अधिक राहत शिविरों की स्थापना की है।

राहत बचाव में कमी

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने बुधवार को राहत बचाव में कमियों को स्वीकार किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मौसम की स्थिति ने भूकंप से होने वाले विनाश की भयावहता को बढ़ा दिया है। रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा, “बेशक, कमियां हैं। स्थितियां स्पष्ट हैं। ऐसी आपदा के लिए तैयार रहना संभव नहीं है। हम अपने किसी भी नागरिक की उपेक्षा नहीं करेंगे।”

भारत का ‘ऑपरेशन दोस्त’

भारत 6 फरवरी को भूकंप के झटके के बाद चल रहे संकट में दोनों देशों की मदद कर रहा है। भारत दोनों देशों की मदद करने के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चला रहा है। रिक्टर पैमाने पर 7.8 और 7.6 और 6 तीव्रता के भूकंप ने तुर्की और सीरिया में भारी तबाही मचाई। इसके बाद भूकंप के झटकों की एक श्रृंखला हुई। दोनों देशों में जानमाल का नुकसान और बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ हैं।