India News (इंडिया न्यूज), Most Dangerous Private Military In World: दुनिया में कई देश ऐसे है जो काफी ताकतवर है। कई के सेना के बारे में भी आपने सुना होगा की उनके पास काफी मजबूत सेना है। मजबूत सेना किसी भी देश के लिए उसकी सुरक्षा के लिए बहुत जरुरी होती है। अगर दुनिया की सबसे खतरनाक सेनाओं की बात करें तो अमेरिका, रूस, चीन और भारत की सेनाओं को सबसे खतरनाक और ताकतवर कहा गया है। हालांकि, क्या आप निजी सेनाओं के बारे में जानते हैं? ये सेनाएं हमेशा पैसे के लिए काम करती हैं। दुनिया के कई देशों के पास ऐसी सेनाएं हैं, आइए जानते हैं इनके बारे में…
वैगनर ग्रुप
वैगनर ग्रुप रूस की सबसे खतरनाक निजी सेना थी। इसे राष्ट्रपति पुतिन की निजी सेना भी कहा जाता है। यूक्रेन के साथ युद्ध में इस सेना ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी। हालाँकि, जब वैगनर ग्रुप ने रूस में पुतिन के खिलाफ विद्रोह शुरू किया, तो इसे भंग कर दिया गया।
अकादमी
यह एक अमेरिकी निजी सैन्य कंपनी है, जिसे पहले ब्लैकवाटर के नाम से जाना जाता था। यह दुनिया की सबसे उन्नत निजी सैन्य प्रशिक्षण इकाई है। इसकी स्थापना 26 दिसंबर, 1997 को पूर्व नेवी सील अधिकारी एरिक प्रिंस ने बनाई थी। बगदाद में निसौर स्क्वायर नरसंहार के लिए ब्लैकवाटर को 2007 में काफी बदनामी हुई थी।
डिफाइन इंटरनेशनल
डिफाइन इंटरनेशनल के दुबई, फिलीपींस, श्रीलंका और इराक में कार्यालय हैं। यह निजी सैन्य समूह दुनिया के लगभग हर विकासशील देश से लड़ाकों की भर्ती करता है। बदले में यह 1000 डॉलर प्रति माह का भुगतान करता है। कहा जाता है कि अमेरिका ने इराक में इस सेना का इस्तेमाल किया था।
डिफाइन इंटरनेशनल
डिफाइन इंटरनेशनल के दुबई, फिलीपींस, श्रीलंका और इराक में कार्यालय हैं। यह निजी सैन्य समूह दुनिया के लगभग हर विकासशील देश से लड़ाकों की भर्ती करता है। बदले में यह 1000 डॉलर प्रति माह का भुगतान करता है। कहा जाता है कि अमेरिका ने इराक में इस सेना का इस्तेमाल किया था।
एजिस डिफेंस सर्विसेज
एजिस डिफेंस सर्विसेज भी एक तरह का निजी सैन्य समूह है, जिसका मुख्यालय स्कॉटलैंड में है। अब तक इस समूह ने 60 से ज़्यादा देशों में मिशन चलाए हैं। एजिस डिफेंस के 5000 सैनिक अमेरिका और तेल कंपनियों के लिए काम करते हैं।
ट्रिपल कैनोपी
इस निजी कंपनी में करीब 2000 सैनिक हैं। इनमें से ज़्यादातर युगांडा और पेरू से हैं। कहा जाता है कि इराक से अमेरिकी सेना के जाने के बाद ट्रिपल कैनोपी के ही सैनिक ड्यूटी पर हैं। यह कंपनी हैती में अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा भी कर रही है।