India News (इंडिया न्यूज़), Chandrayaan-3, नई दिल्ली: ISRO ने चंद्रयान-3 को 14 जुलाई 2023 की दोपहर 2 बजकर 35 मिनट LVM-3 रॉकेट से लॉन्च किया। ऑस्ट्रेलिया के आसमान में इसके बाद नीले रंग की रहस्यमयी रोशनी दिखाई दी। ऑस्ट्रेलिया के लोग इसे देखकर काफी हैरान और परेशान थे। ट्विटर पर पहली फोटो MIT जीसी एस्ट्रोनॉमी के डिलन ओडॉनेल ने पोस्ट की। जिसके पोस्ट होते ही वह तस्वीर वायरल हो गई।
ISRO की लॉन्चिंग को डिलन यूट्यूब पर लाइव देख रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के अंधेरे वाले आसमान में चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के 30 मिनट बाद नीली रोशनी देखी गई। इस नीली रोशनी में एक लंबी सी रेखा है। इस रोशनी के पीछे हल्की सी रोशनी की चौड़ी सी पूंछ बनी हुई है। एक दिशा में ये रोशनी आगे बढ़ती जा रही थी।
बता दें कि एक फोटो और वायरल हो रही है। जिसमें एक घर के पीछे पहाड़ नजर आ रहे हैं। साथ ही तारों से भरा हुआ आसमान है। इसमें वही नीली रोशनी स्टेज वाइज आगे बढ़ते हुए मजर आ रही है। यानी कि ये तस्वीर लंबे वक्त तक शूट की गई है। जिसके बाद उसे जोड़ा गया। Chandrayaan-3 के मूवमेंट को इसमें बाकायदा दिखाया गया है।
निजी स्पेस कंपनी गिलमोर स्पेस ने भी किया ट्वीट
इस रोशनी को लेकर ऑस्ट्रेलिया की निजी स्पेस कंपनी गिलमोर स्पेस ने भी ट्वीट किया। जिसमें कहा गया कि ये रोशनी उस वक्त पैदा हुई। जब ISRO के LVM-3 रॉकेट का तीसरा स्टेज चंद्रयान-3 से अलग हो गया था। इसके साथ ही वह निष्क्रिय हो रहा था। इसके चलते उसमें बचे हुए कुछ ईंधन का वायुमंडल के ऊपर रिएक्शन हो रहा था। जिस कारण नीली रोशनी दिखाई दे रही थी।
इसके साथ ही एक और तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर रात की एलियन रोशनी दिखाई देने के बाद धातु की बड़ी आकृति बहकर आई है। हालांकि ये आकृति चंद्रयान-3 की नहीं है। क्योंकि इस धातु पर काफी अधिक समुद्री एल्गी चिपकी हुई है। जो कि यह बताती है कि लंबे वक्त से ये पानी में तैर रही थी।
जानकारी के अनुसार धातु के इस गोलाकार मटेरियल की व्यास और ऊंचाई दोनों लगभग 2 मीटर है। पीएसएलवी का तीसरा स्टेज यानी कि PS3 ठीक इसी आकार का होता है। जिस शख्स ने इसे तट पर देखा, उसने पुलिस को इसकी तत्काल सूचना दी। ऑस्ट्रेलियाई स्पेस एजेंसी और वैज्ञानिकों को पुलिस ने इसके बारे में सूचना दी।
बताते चले कि इस भारी-भरकम धातु के टुकड़े की फिलहाल जांच की जा रही है। अभी तक वहां के लोगों ने ये घोषित नहीं किया है कि यह क्या चीज है। वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया के आसमान में नीली रोशनी की बात की जाए तो उस वक्त शाम के साढ़े 7 बजे रहे थे, हमारे यहां श्रीहरिकोटा से उस वक्त रॉकेट लॉन्च किया जा रहा था।
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