India News (इंडिया न्यूज),Nepal Landslide: नेपाल में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है। भूस्खलन की यह घटना नेपाल की राजधानी काठमांडू से करीब 250 किलोमीटर पश्चिम में हुई। राष्ट्रीय आपदा बचाव एवं प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, तीन अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन के कारण कई लोगों की मौत हो गई। जिस समय ये हादसे हुए, उस समय लोग अपने घरों में सो रहे थे और एक ही परिवार के कई लोग दबकर मर गए।

यह घटना नेपाल के गुल्मी जिले के मलिका गांव में हुई। भूस्खलन के कारण एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जान चली गई। पीड़ितों में एक दंपति, उनकी बहू और दो पोते शामिल हैं, जिनमें से एक 8 महीने की बच्ची थी। अधिकारियों का कहना है कि भूस्खलन के कारण न केवल गुल्मी में लोगों की मौत हुई है, बल्कि बागलुंग जिले में भी दो लोगों की मौत हुई है। वहीं स्यांगजा जिले में भूस्खलन के कारण दो अन्य लोगों की मौत हुई है।

नेपाल में भूस्खलन से तबाही

नेपाल में भारी बारिश हो रही है और बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का बड़ा खतरा है। पहली बारिश में ही भूस्खलन के कारण करीब नौ लोगों की मौत हो गई है। इस मौसम में नेपाल के पहाड़ी इलाकों में अक्सर भूस्खलन होता है। जून से सितंबर तक भूस्खलन से जान-माल का काफी नुकसान होता है।

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राष्ट्रीय आपदा निवारण एवं न्यूनीकरण प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता दीजन भट्टाराई के अनुसार, काठमांडू से करीब 250 किलोमीटर पश्चिम में गुलमी जिले के मलिका गांव में भूस्खलन हुआ है। इस घटना में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई। भट्टाराई ने बताया कि सभी पांचों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि परिवार में दो बच्चे भी शामिल हैं।

पिछले साल 35 लोगों की हुई थी मौत

पड़ोसी स्यांगजा जिले में भूस्खलन में एक महिला और उसकी तीन साल की बेटी की मौत हो गई, जिसमें उनका घर बह गया, जबकि गुलमी की सीमा से लगे बागलुंग जिले में भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई।

नेपाल में जून के मध्य से लेकर अब तक भूस्खलन, बाढ़ और बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जब वार्षिक मानसून की बारिश शुरू हुई थी। मानसून के मौसम में ज़्यादातर पहाड़ी नेपाल में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आना आम बात है और हर साल सैकड़ों लोग मारे जाते हैं।

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