India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Latest News : भारत की शुरुआत से ही दुनिया को बताया गया है कि पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर साजिशें रचती हैं। सीमा पार से भारत में आतंकियों को भेजने में भी पाक सेना मदद करती रही है। लेकिन अब गेम उल्टा पड़ गया है। असल में पाक सेना अपने ही देश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। वहां कई गैर-राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने के खिलाफ सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन किया है।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पहली बार आतंकवाद और पाकिस्तानी नीतियों के खिलाफ सार्वजनिक विरोध सामने आया है। भारत के खिलाफ़ चल रही साजिशों का भी खुला विरोध है।
‘हम घास की रोटी खाने को मजबूर’
असल में अवामी एक्शन कमेटी और आम जनता ने पाकिस्तानी सेना और जैश-ए-मोहम्मद जैसे सहयोगियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई है। इस बदलाव की शुरुआत तब हुई जब समिति के नेता अजमल रसीद ने एक सभा में कहा, हम घास की रोटी खाने को मजबूर हैं, और यह सरकार हमें सिर्फ परमाणु बम का सपना दिखाती है।
अजमल राशिद ने कहा कि सरकार ने जनता को भूखा रखकर परमाणु बम तैयार किया है। उनका यह भी कहना है कि पाकिस्तान का कश्मीर में चलाया गया जिहाद अब असफल हो चुका है।
पाक सेना और अधिकारियों पर लगाया आरोप
लोगों ने पाक सेना पर आरोप लगाया है कि वो खुद ऐश करती है है और गरीब बच्चों को एलओसी पर अपने जान जोखिम में डालती है। जनता ने सेना के अधिकारियों से सवाल किया है कि आतंकवादी अधिकारी और मौलाना अपने बच्चों को विदेश छोड़ रहे हैं, लेकिन आम जनता के बच्चों को जिहाद में छुट्टी के लिए मजबूर किया जाता है। वहीं भारत के कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद पाक सरकार ने कुछ क्यों नहीं किया, इसपर भी आवाम ने विचारधारा की तलाश की है।