India News (इंडिया न्यूज), North Korea Missiles: भले ही अमेरिका खुद को ताकतवर देश मानता हो, लेकिन एक छोटा सा देश उसके लिए खतरा बनता जा रहा है। हाल ही में एक खुफिया रिपोर्ट में अमेरिका को आगाह किया गया है। इसमें कहा गया है कि उत्तर कोरिया की परमाणु मिसाइलें एक दशक के अंदर अमेरिका की रक्षा करने वाले डिफेंस सिस्टम को चकमा दे सकती हैं।
उत्तर कोरिया उन 9 देशों में से एक है, जिनके पास परमाणु हथियार हैं। माना जाता है कि उत्तर कोरिया के पास करीब 50 वॉरहेड हैं। ये वही वॉरहेड हैं, जिन्हें मिसाइलों में डालकर दागा जाता है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम ने अक्टूबर के महीने में (ICBM) अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। इसकी रेंज करीब 9320 मील है। इतनी क्षमता अमेरिका तक पहुंचने के लिए काफी है।
कितनी तगड़ी है अमेरिका की सुरक्षा?
उत्तर कोरिया की इन मिसाइलों को रोकने के लिए अमेरिका के पास (JMD) ग्राउंड बेस्ड मिडकोर्स डिफेंस सिस्टम है। यह बिल्कुल इजरायल के आयरन डोम सिस्टम जैसा है। हालांकि, कई रिपोर्ट्स का दावा है कि आयरन डोम सिस्टम ज्यादा मजबूत है। उत्तर कोरिया से खतरे की खुफिया रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब ट्रंप प्रशासन भविष्य में हवाई खतरों से बचाव के लिए इजरायली आयरन डोम जैसी रक्षा प्रणाली बनाने पर जोर दे रहा है। अमेरिका ने इसे गोल्डन डोम नाम दिया है।
उत्तर कोरिया की ताकत से अमेरिका तनाव
अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने कहा कि उत्तर कोरिया ने लगातार कई बैलिस्टिक मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है। इनकी रेंज में पूरा अमेरिका आता है। पेंटागन की सहयोगी एजेंसी ने कहा कि अमेरिका का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है, जिस पर उत्तर कोरिया के पास मौजूद आईसीबीएम से हमला न किया जा सके।
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अमेरिका के लिए क्या है बड़ी चुनौती?
माना जाता है कि उत्तर कोरिया के पास 10 या उससे कम आईसीबीएम हैं। इनमें से हर एक की रेंज 3417 मील से ज्यादा है। इतना ही नहीं, यह एक साथ कई परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। हालांकि, अनुमान है कि 2035 तक यह संख्या 10 से बढ़कर 50 हो सकती है। यह संख्या अमेरिकी रक्षा प्रणाली के लिए चुनौती का विषय है। हालांकि, कई रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि अमेरिका खुद को मजबूत करने के लिए कई बड़े कदम उठा सकता है।