India News (इंडिया न्यूज), Norwegian Company Issued Statement : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार (28 फरवरी) को व्हाइट हाउस में तीखी बहस ने सभी को हिलाकर रख दिया है। फिलहाल इस घटना के बाद यूरोपीय देश यूक्रेन के समर्थन में जाते हुए दिख रहे हैं। अब इसी कड़ी में नॉर्वे की एक तेल और शिपिंग कंपनी ने अमेरिका को बड़ा झटका दिया है। कंपनी ने वहां के बंदरगाहों पर रुके अमेरिकी सैन्य बलों की फ्यूल सप्लाई पर तुरंत रोक लगाने की घोषणा कर दी है। नॉर्वे की कंपनी हॉल्टबैक बंकर्स ने फेसबुक पर बयान जारी करते हुए ये जानकारी दी है। बता दें कि कंपनी ने साल 2024 में अमेरिकी सेना के करीब 3,000,000 लीटर फ्यूल की सप्लाई की थी।
कंपनी ने अपने फैसले को लेकर क्या कहा?
नॉर्वे की कंपनी हॉल्टबैक बंकर्स ने फेसबुक पर पोस्ट किए अपने बयान में कहा कि, आज हमने टीवी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के सबसे खराब शो को देखा है। हालांकि, अमेरिका की तरफ से एक टीवी शो दिखाया, लेकिन इसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति को खूब तारीफ करनी चाहिए कि उन्होंने इस दौरान धैर्य रखा और शांत रहे। इसी के बाद कंपनी ने नॉर्वे के बंदरगाहों पर पहुंचने वाले अमेरिकी जहाजों और नॉर्वे में अमेरिकी सेना की फ्यूल सप्लाई को तुरंत रोक लगाने का निर्णय लिया है। लेकिन बाद में कंपनी ने अपने फेसबुक पेज पर हेवी ट्रैफिक को देखते हुए पोस्ट को डिलीट कर दिया है।
ओवल ऑफिस में ट्रंप-जेलेंस्की के बीच हुई तीखी बहस
28 फरवरी को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति स्थापित करने और यूक्रेन-अमेरिका के बीच संभावित खनिज समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बैठक हुई थी। बैठक की शुरूआत तो अच्छी हुई थी लेकिन फिर दोनों के बीच तीखी बहस छिड़ गई। दोनों देशों के नेताओं की बातचीत एक तनावपूर्ण स्थिति में बदल गई।
यही नहीं बैठक के दौरान उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने यूक्रेने के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की खुलेआम आलोचना की और उन पर रूस के शांति समझौते को ठुकराते हुए वैश्विक शांति को खतरे में डालने का आरोप लगाया। इस दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की पर अमेरिका के समर्थन को उचित सम्मान न देने का भी आरोप लगाया।