India News (इंडिया न्यूज), NSA Ajit Doval Visit: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भिखमंगे पाकिस्तान ने भारत के गुस्से से बचने के लिए दुनिया भर से मदद मांगी। चीन और तुर्की ने हथियार दिए और अमेरिका ने IMF से फंड दिलवाया। अब सीजफायर के बाद भारत ने चीन और तुर्की को तो आईना दिखा दिया लेकिन अब बारी है अमेरिका की। भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल उस देश जाने वाले हैं, जिससे अमेरिका सबसे ज्यादा इनसिक्योर है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी सबसे पहली विजिट मॉस्को की रखी है, जहां पर कुछ बड़ा होने वाला है।
क्या है Ajit Doval की प्लानिंग?
अजीत डोभाल, पाकिस्तान को चारों तरफ से तबाह करने की प्लानिंग बना चुके हैं। इसी प्लानिंग के तहत वो अगले हफ्ते मॉस्को जाने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये यात्रा खास तौर पर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की बची हुई डिलिवरी में तेजी लाने के लिए है। दावा किया जा रहा है कि डोभाल इसके अलावा सुरक्षा मुद्दों पर उच्च प्रतिनिधियों की 13वीं इंटरनेशनल मीटिंग में भी शामिल हो सकते हैं। जो 27 से 29 मई तक मॉस्को में आयोजित की जाएगी और सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु इसकी अध्यक्षता करेंगे।
पाकिस्तान छोड़िए क्या है अमेरिका की घबराहट?
भारत और पाकिस्तान बवाल के दौरान भारत के एयर डिफेंस सिस्टम S-400 की ताकत पूरी दुनिया ने देख ली। अभी भारत के पास 3 एस-400 है और बाकी रूस की तरफ से डिलिवर किए जाने बाकी हैं। डोभाल का ये कदम पाकिस्तान की चिंता बढ़ाने वाला है। इसके साथ ही पाकिस्तान का सीक्रेट सपोर्ट कर रहे ट्रंप के लिए भी ये खबर खुशी की नहीं है। भारत और रूस के बढ़ते संबंध अमेरिका को कतई पसंद नहीं हैं क्योंकि भारत, रूस से अपनी डिफेंस और तेल की जरूरतें पूरी करता है। तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से व्यापार का ये मौका खोना डॉलर की दादागीरी के लिए खतरा है।
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दोस्ती की लाख कोशिश कर चुके हैं Trump?
अमेरिका और रूस की अनबन काफी पुरानी है और यूक्रेन के साथ जंग में भी अमेरिका ने सैन्य सहायता करते रूस से और दुश्मनी मोल लेली। हालांकि, जब ट्रंप ने सत्ता संभाली तो उन्होंने यूक्रेन को बेइज्जत कर रूस को इंप्रेस करने की बहुत कोशिश की। उन्होंने पुतिन की ताकत देखते हुए उन्हें कई बार दोस्त बनाने की कोशिश की जो अभी तक पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाई है।