India News (इंडिया न्यूज), Nuclear Attack Bunkers: जहां एक तरफ दुनिया भर में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा छेड़ा गया टैरिफ वॉर जबरदस्त सुर्खियों में है। वहीं दूसरी तरफ रातों-रात दुनिया के एक कोने में तीसरे विश्व युद्ध की बू फैल गई है। यही नहीं खबर है कि अगर जंग छिड़ी तो कलियुग के सबसे खतरनाक हथियार इस्तेमाल होने की संभावना है। डरे हुए लोगों ने अलग तरह से तैयारियां शुरू कर दी हैं। हैरानी की बात ये भी है कि दुनिया के कई बड़े देशों को इतना बड़ा खौफ सिर्फ एक मुल्क से है, जो इस वक्त खुद जंग से जूझ रहा है।
क्या है कलियुग के सबसे खतरनाक हथियार?
दरअसल, तीसरे विश्व युद्ध का ये डर फैला है यूरोप में, जहां घबराकर लोग छुपने की जगह बनवा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि नाटो देश, रूस से डरे हुए हैं और युद्ध की तैयारी में जुटे हुए हैं। नाटो देशों को डर है कि अमेरिका के सपोर्ट और यूक्रेन में तबाही मचाने के बाद पुतिन और आक्रामक हो गए हैं और किसी भी वक्त यूरोप पर हमला कर सकते हैं। नाटो को इस बात का भी डर है कि अमेरिका भी कहीं रूस का साथ ना दे दे। ये हालात तीसरे विश्व युद्ध की तरफ इशारा कर रहे हैं और इस बीच कलियुग के सबसे खतरनाक हथियार परमाणु बम इस्तेमाल किए जाने का भी खौफ फैल गया है।
बचने को सिर्फ 1 रास्ता
इन जंग के हालातों से बचने के लिए एक ही रास्ता बचा है और वो है ‘परमाणु बंकर’। डेली मेल की रिपोर्ट की मानें तो नाटो के सबसे नए सदस्य स्वीडन में नागरिकों के लिए परमाणु बंकर तैयार किए जा रहे हैं। इस देश ने नागरिक सुरक्षा बंकरों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए 100 मिलियन क्रोन यानी 9.9 मिलियन डॉलर बजट का ऐलान भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि स्वीडन ने अपने नागरिकों को चेतावनी भी जारी कर दी है कि रूस-यूक्रेन जंग के बीच जोखिम भरे हालातों के लिए तैयार रहे हैं। बताया जा रहा है कि स्वीडन के पास पहले से जो बंकर्स हैं उनमें 1.05 करोड़ आबादी का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा सुरक्षित रह सकता है।