India News (इंडिया न्यूज),China:अमेरिकी रक्षा विभाग ने चीन की सैन्य शक्ति पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में काफी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। यह जानकारी न केवल अमेरिका बल्कि पड़ोसी देश भारत की भी चिंता बढ़ाने वाली है। दरअसल, अमेरिकी रक्षा विभाग ने “पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से संबंधित सैन्य और सुरक्षा घटनाक्रम” रिपोर्ट में कहा है कि चीन तेजी से अपने परमाणु बमों के भंडार को बढ़ा रहा है। उसने 2020 की तुलना में अपने परमाणु हथियारों के भंडार में लगभग तीन गुना वृद्धि की है। यह जानकारी भारत और अमेरिका के लिए चिंता का विषय है। कई को पूर्ण तैनाती मोड में रखने की योजना अमेरिकी रक्षा विभाग ने बुधवार (18 दिसंबर 2024) को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2024 के मध्य तक चीन के परमाणु बमों की संख्या 600 को पार कर गई है, जबकि 2030 के अंत तक चीन के पास 1000 से अधिक परमाणु बम होंगे। इनमें से कई को पूर्ण तैनाती मोड में रखने की योजना है।
1,000 से अधिक परमाणु हथियार होने की उम्मीद
इस सप्ताह, अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने मीडिया को बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पास 2030 तक 1,000 से अधिक परमाणु हथियार होने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा कि चीन अपने परमाणु हथियारों के प्रकारों में भी विविधता ला रहा है। वह कम क्षमता वाली सटीक मारक मिसाइलों से लेकर आईसीबीएम तक की प्रणालियों पर काम कर रहा है।
क्या है इसके पीछे की वजह ?
रक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद के लिए सैन्य बल का उपयोग करने के लिए पहले से कहीं अधिक इच्छुक हो गया है। यही कारण है कि पिछले कुछ वर्षों में उसने अन्य देशों पर नज़र डालकर कई बार तनाव बढ़ाया है। उसने इस वर्ष दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस के साथ तनाव बढ़ाया। इस वर्ष उसने ताइवान के खिलाफ अपने कूटनीतिक, राजनीतिक और सैन्य दबाव को भी बढ़ाया।
आर्मी के भीतर भ्रष्टाचार
इस वर्ष की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के भीतर भ्रष्टाचार बढ़ गया है, और चीन उस भ्रष्टाचार को कम करने के प्रयास कर रहा है। चीन इस बात पर भी ध्यान दे रहा है कि यह भ्रष्टाचार पीआरसी की महत्वाकांक्षाओं को कैसे प्रभावित कर सकता है।